बाल कविता : बिल्ली मौसी बड़ी सयानी- यह कविता "बिल्ली मौसी" की चतुराई और उसके जीवन की झलकियों को दर्शाती है। वह निडर होकर घर की रक्षा करती है और चूहों को भगाती है। बिल्ली मौसी की समझदारी और क्यूटनेस ने उसे बच्चों का पसंदीदा बना दिया है। यह कविता बच्चों को मनोरंजन के साथ-साथ बिल्ली की जीवन शैली से परिचित कराती है।
बिल्ली मौसी बड़ी सयानी,
हर गली में घूमे निडानी।
घर की चौकीदार बने,
चूहे की टोली से करे बहसानी।
चुपके से पाँव दबा कर आती,
रसोई में दूध की खुशबू पाती।
म्याऊं-म्याऊं कह कर शोर मचाती,
मालिक की गोदी में सुकून पाती।
छोटी-बड़ी सबकी है प्यारी,
अपनी चतुराई से सबको मारी।
जब भी घर में चूहे आते,
बिल्ली मौसी की आँखे चमक उठते जाते।