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जंगल का वीर राजा शेर- यह कविता बच्चों को जंगल के राजा, शेर, की अद्भुत दुनिया में ले जाती है। इस कविता में शेर के गुणों, उसकी दहाड़ और जंगल में उसकी उपस्थिति को दर्शाया गया है। कविता में शेर के साहस, शक्ति और उसके महत्वपूर्ण गुणों का वर्णन किया गया है जो उसे जंगल का सच्चा राजा बनाते हैं। यह कविता बच्चों के लिए मनोरंजक और प्रेरणादायक है।
कविता:
हरे-भरे जंगल का राजा शेर,
दहाड़े उसकी, हो जाते ढेर।
तेज नज़रें, मजबूत चाल,
जंगल में उसकी सबसे बड़ी मिसाल।
सूरज की किरणें जब छूतीं उसके बाल,
लगता जैसे चमके कोई लाल।
झाड़ियों में छुपे सारे प्राणी,
उसकी आहट से हो जाते पानी-पानी।
बड़े-बड़े पंजे, मजबूत जबड़े,
शेर को देखा, तो जानवर भागे।
एक बार जो उसे देखे पास,
भाग खड़ा होता बिना सांस।
जंगल की शान, वह राजा कहलाए,
सब जानवर उसके डर से सर झुकाए।
लेकिन दिल से वह नरम, प्यारा,
अपने परिवार का रखता सहारा।
रखता वह जंगल का संतुलन,
न्याय के नियमों का सच्चा पालन।
सभी जानवर करते उसकी जयकार,
शेर को मानें सब अपना यार।
ऐसा है जंगल का राजा शेर,
वीरता, साहस का सच्चा ढेर।
बच्चों, शेर से सीखो ये बात,
साहस हो तो मिटे हर मात।
सीख:
कविता से बच्चों को यह प्रेरणा मिलती है कि जीवन में साहस और आत्मविश्वास बहुत महत्वपूर्ण है। शेर से हमें सिखने को मिलता है कि जोश और हिम्मत से हम किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते हैं।