कविता: मोर का रंगीन नाच यह कविता एक मोर के खूबसूरत और रंग-बिरंगे नाच को दर्शाती है। बारिश की बूंदें पड़ते ही मोर खुशी से झूम उठता है और अपनी पंखों की अद्भुत छटा फैलाता है। मोर का नृत्य प्रकृति के संगीत में लहराते हुए उसे राजा की उपाधि देता है। By Lotpot 05 Nov 2024 in Poem New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 कविता: मोर का रंगीन नाच- यह कविता एक मोर के खूबसूरत और रंग-बिरंगे नाच को दर्शाती है। बारिश की बूंदें पड़ते ही मोर खुशी से झूम उठता है और अपनी पंखों की अद्भुत छटा फैलाता है। मोर का नृत्य प्रकृति के संगीत में लहराते हुए उसे राजा की उपाधि देता है। उसकी ऊंचाई, पंखों का फैलाव और रंगीन नृत्य सबको मंत्रमुग्ध कर देता है। कविता बच्चों को मोर की सुंदरता और प्रकृति के अद्भुत सौंदर्य का अनुभव कराती है। नीले-हरे पंखों का ताज सजाए,मोर आता खुशी की धुन बजाए।बारिश की बूंदें जैसे ही गिरती,मोर की चपल चाल यूं खिलती। घूम-घूम कर पंख फैलाता,रंग-बिरंगे रंग बिखराता।कोई उसे देख मुस्काए,तो कोई उसके संग गाए। आसमान को चूमे उसकी ऊंचाई,मोर के नृत्य में सजी हो प्रकृति माई।घने जंगल के बीच यूं इठलाए,प्रकृति की रागिनी पर झूम जाए। धरती के आँगन का राजा कहलाए,मोर का नृत्य सबको भाए।कभी खुशी से यूं मचल जाए,कि सबकी आँखों का तारा बन जाए। ये कविता भी पढ़ें : सुन्दर कविता : मेरी प्यारी बड़ी दीदीकविता: चिंटू-मिंटू की मस्तीचूहे को बुखार की कवितासोनू की टॉफी: एक मीठी बाल कविता #kavita #bachchon ki bal kavita #bachchon ki hindi kavita #bachchon ki hindi poem #bachon ki hindi poem #Best hindi poems #baal kavita #bachchon ki kavita #kavita #bachchon ki bal kavita #bachchon ki hindi kavita #bachchon ki hindi kavitayen #bachon ki bal kavita #bachchon ki kavita #bachon ki bal kavita #bachchon ki hindi kavita #bachchon ki kavitayen #bachchon ki bal kavita #bachchon ki hindi kavitayen You May Also like Read the Next Article