नीला सियार - सच को छिपाना मुश्किल
बहुत समय पहले की बात है, जंगल में एक चतुर सियार रहता था। वह अपनी चालाकी के लिए मशहूर था। एक दिन सियार जंगल से निकल कर गाँव के तरफ चल दिया, वहां गाँव में अनजान जानवर को देख वहां के कुत्तों ने ऊपर हमला कर दिया
बहुत समय पहले की बात है, जंगल में एक चतुर सियार रहता था। वह अपनी चालाकी के लिए मशहूर था। एक दिन सियार जंगल से निकल कर गाँव के तरफ चल दिया, वहां गाँव में अनजान जानवर को देख वहां के कुत्तों ने ऊपर हमला कर दिया
एक बार की बात है, जंगल में तीन बैल रहते थे। वे बहुत अच्छे दोस्त थे और हमेशा साथ रहते थे। जहां भी जाते, साथ में चरते, खेलते, और एक-दूसरे का ध्यान रखते। उनकी एकता और दोस्ती इतनी गहरी थी
इस कहानी (Everyone has their own habits) एक भला आदमी रोज़ बिल्लियों को रोटियां देता था, लेकिन उनकी लड़ाई के कारण बंदर रोटियां ले जाते। उन्हें सबक सिखाने के लिए उसने बंदरों को रोटियां देना शुरू किया।
बहुत समय पहले की बात है। एक शांत और सुंदर झील के किनारे एक हंस और उल्लू रहते थे। दोनों में गहरी दोस्ती थी और वे साथ में अपना समय खुशी-खुशी बिताते थे। दिन के समय हंस झील में तैरता और उल्लू पेड़ की शाखाओं पर आराम करता।
एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में "मोती" नाम का एक कबूतर रहता था। मोती अपने सुंदर सफेद पंखों और होशियारी के लिए जाना जाता था। लेकिन उसकी खासियत थी उसकी चतुराई।
एक घने जंगल के किनारे, बांस की झाड़ियों के बीच चुहिया रानी का छोटा सा घर था। चुहिया रानी, जो सबकी प्यारी और शरारती थी, दिन भर इधर-उधर उछल-कूद करती रहती।
एक घना जंगल था, जहाँ अलग-अलग तरह के जानवर रहते थे। उसी जंगल में मोनू नाम का एक चालाक बंदर भी रहता था। मोनू अपनी शरारतों और चतुराई के लिए पूरे जंगल में मशहूर था।