Stories Moral Story: भक्तों का ढोंग एक बार नारद मुनि पृथ्वी लोक के भ्रमण को आए। घूमते-घूमते नारद मुनि एक मंदिर के पास पहुंचे। मंदिर में भक्तों की भक्ति को देखकर उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ। मंदिर में भक्तगण भगवान विष्णु की आराधना कर रहे थे। By Lotpot 02 May 2024
Stories Moral Story: सच्चा दान सम्राट वीरभद्र के दान की कहानियां लोक विख्यात हो चुकी थीं। उनके संबंध में यह कहा जाता था कि द्वार पर आने वाला कोई भी याचक उनके यहां से खाली हाथ नहीं जाता था। प्रातः होते ही राजमहल के द्वार पर याचकों की भीड़ लग जाती। By Lotpot 01 May 2024
Stories Moral Story: प्रदीप सुधर गया प्रदीप की मां ने रामू को बाजार से सामान लाने के लिये रूपये और थैला पकड़ा दिया। रामू 15-16 वर्षीय किशोर था और बचपन से ही घर में काम करता था। रामू जब बाजार से खरीदारी करके लौट रहा था। By Lotpot 30 Apr 2024
Stories Moral Story: मॉनीटर एक लड़का था उसका नाम था केशव लेकिन उसके नाना जी प्यार से उसके नाम के साथ लाल लगा देते थे जिससे वह केशवलाल बन गया था। जब भी उसे कोई पुकारता तो इसी नाम से। By Lotpot 29 Apr 2024
Stories Moral Story: विश्वास की दवा श्यामपुर के वैद्य जगन्नाथ जी एक माने हुए वैद्य थे। स्वयं की बनाई दवाईयों से वह लोगों की शारीरिक समस्याओं को बिल्कुल दूर कर देते थे और गए से गए रोगियों के रोग दूर करके उन्हें तुरन्त खड़ा कर देते थे। By Lotpot 27 Apr 2024
Stories Moral Story: एक सवाल तीन जवाब डॉ. गोयबेल्स हिटलर के प्रसार मंत्री थे। एक दफा उन्होंने एक वृद्ध यहूदी पादरी से कहा "यहूदी, सुना है कि तुम लोग अपने धर्मग्रंथ 'तालमुद' पर आधारित एक विशेष तरह के तर्क का प्रयोग करते हो। By Lotpot 24 Apr 2024
Stories Moral Story: इनाम का हकदार राजस्थान के दक्षिण में एक छोटा-सा आदिवासी गांव है राजपुर। यहां के लोगों के अपने रीती-रिवाज, परम्पराएं व रहन-सहन के तरीके हैं। स्वतन्त्रता के बाद गांव की तरक्की हुई है। लोग पढ़ने-लिखने भी लगे। यह इसी गांव की कहानी है। By Lotpot 22 Apr 2024
Stories Moral Story: समय का मूल्य कॉलेज में आज बड़ी चहल पहल थी चारों तरफ हंगामा था, सब एक दूसरे से बढ़-चढ़ कर सज संवर कर आये थे। आते भी क्यों ना? आज के दिन का तो वह बहुत दिनों से इन्तजार कर रहे थे। क्योंकि आज उनका परीक्षा फल निकलने वाला था। By Lotpot 20 Apr 2024
Stories Moral Story: गुणीराम बहुत पुराने समय की बात है। एक छोटे से गांव में एक गरीब रहता था। वह मूर्तियों का निर्माण करके, उन्हें गांव-गांव बेचकर अपना जीवन निर्वाह करता था। इससे वह अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी ही जुटा पाता था। By Lotpot 19 Apr 2024