देवा ई-कॉमिक्स: देवा और प्रलय का दिन
सुबह के 10 बज रहे थे, तभी शहर वासियों ने देखा कि कोई चीज़ बहुत ही तेज़ी से आसमान के एक छोर से दुसरे छोर की तरफ जा रही है। मगर लोगों को समझते देर नहीं लगी कि वह चीज़ कुछ और नहीं बल्कि खुद देवा ही है।
सुबह के 10 बज रहे थे, तभी शहर वासियों ने देखा कि कोई चीज़ बहुत ही तेज़ी से आसमान के एक छोर से दुसरे छोर की तरफ जा रही है। मगर लोगों को समझते देर नहीं लगी कि वह चीज़ कुछ और नहीं बल्कि खुद देवा ही है।