/lotpot/media/media_files/FcyrBBU0R3QX5FFBZcq3.jpg)
जांबाज देवा और मिस्टर वायरस
Deva E-Comics जांबाज देवा और मिस्टर वायरस:- अभी कुछ दिन पहले ही भारत कोरोना के प्रकोप से बाहर आया था, मगर ये बात मिस्टर वायरस को बिलकुल भी पसंद नहीं आयी थी। उसने भारत में कोरोना ख़तम होते ही लेबोरेटरी में एक और नया आविष्कार करने में लग गया था। वह अपनी लैब में अपने असिस्टेंट से बोलता है की भारत ने कोरोना का एंटीडोट निकाल कर हमे मात दे दी है मगर हम हर बार मात नहीं खाएंगे। इसपर उसका असिस्टेंट पूछता है की अब हम क्या करेंगे? (Deva | Comics) तो मिस्टर वायरस उसको बताता है की इसबार हमने एक वायरस मैन बनाया है जो ऐसा वायरस फैलाएगा जिसका एंटीडोट भारत वाले कभी नहीं बना पाएंगे। इस बार उन्हें मरना ही होगा और हमारा गुलाम बनना ही होगा। वह आगे बोलता है की जब तक भारत हमारा गुलाम नहीं बनेगा तब तक हम वायरस मैन के वायरस का एंटीडोट किसी भी हाल में भारत को नहीं देंगे। (Deva | Comics) इतना बोलते ही वो अपने असिस्टेंट को अपने नए आविष्कार वायरस मैन को दिखाता है और बोलता है की ये है वो वायरस मैन जिससे कोई नहीं बच पायेगा। मिस्टर वायरस अपने वायरस मैन को भेज देता है भारत में लोगों को बीमार करके मारने के लिए। वायरस मैन भारत में आते ही अपने वायरस को बहुत तेज़ी से फैलाने लगता है। उसके शरीर से निकलने वाले कीटाणु लोगों को अपनी चपेट में लेने लगते हैं। बीमारी बहुत तेज़ी से फैलने लगती है। ऐसी हालत में पूरे देश में हंगामा मचने लगता है। सब लोग परेशान हो जाते हैं। सब यही सोच रहे होते हैं की इस वायरस मैन को कौन ही रोकेगा क्यूंकि उसके पास जाने का मतलब था अपनी जान खतरे में डालना। (Deva | Comics)
आगे क्या हुआ जानने के लिए पोस्ट को पूरा देखें, पढ़ें और जाने कैसे देवा ने अपनी बहादुरी और तेज़ दिमाग से एक बार फिर देश और देशवासियों को बचाया:- (Deva | Comics)
lotpot-e-comics | janbaaz-deva-ke-karname | hindi-e-comics | kids-hindi-e-comics | Jaanbaz Deva and Mr Virus | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-ii-konmiks | देवा ई-कॉमिक्स