E-Comics :- सुपरहीरो देवा और 26 जनवरी का गौरव
6 जनवरी के मौके पर जब देशभर में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर थीं, कुछ दुश्मनों ने लोगों को परेड देखने से रोकने की साजिश रच डाली। हथियारबंद बदमाशों ने धमकी दी कि जो कोई परेड देखने की कोशिश करेगा
6 जनवरी के मौके पर जब देशभर में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर थीं, कुछ दुश्मनों ने लोगों को परेड देखने से रोकने की साजिश रच डाली। हथियारबंद बदमाशों ने धमकी दी कि जो कोई परेड देखने की कोशिश करेगा
बड़े लोगों के शौक और पार्टियां हमेशा कुछ अलग होती हैं। ऐसी ही एक शानदार पार्टी में सजावट के लिए एक पिंजरे में शेर और शेरनी रखे गए थे। लेकिन पार्टी का माहौल अचानक खतरनाक हो गया
इस कहानी में देवा, एक अद्भुत शक्तिशाली नायक है, जो देश की रक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहता है। कहानी दशहरे और दिवाली के आसपास की है, जब देवा इस बात को लेकर चिंतित होता है कि लोग त्योहारी माहौल में व्यस्त हैं
एक दिन की बात है देवा अपने घर पर बैठा हुआ था कि तभी उसके पास प्रोफेसर चंद्रा का कॉल आता है और वो उसे बताते हैं कि उन्होंने कोई नया इन्वेंशन किया है जिसके बारे में वो उससे डिस्कस करना चाहते हैं।
अभी कुछ दिन पहले ही भारत कोरोना के प्रकोप से बाहर आया था, मगर ये बात मिस्टर वायरस को बिलकुल भी पसंद नहीं आयी थी। उसने भारत में कोरोना ख़तम होते ही लेबोरेटरी में एक और नया आविष्कार करने में लग गया था।
पूरा दिन बीत चूका था सभी लोग शाम के काम ख़त्म करके रिलैक्स मूड में घूम रहे थे, देवा भी कई दिनों बाद चैन की नींद सोने की तैयारी कर रहा था की तभी शहर से लगे मैदान में जो सोया हुआ ज्वालामुखी था वो फट गया।
सब कुछ बाकी दिनों की ही तरह शांत चल रहा था की तभी बहरूपिया नाम का राक्षस आ गया और पूरी पृथ्वी को तहस नहस करने लगा, लोगों को मरना, बिल्डिंग तोडना, पेड़ उखाड़ देना वो बहुत देर तक ये सब करता रहा।