इस कहानी में देवा, एक अद्भुत शक्तिशाली नायक है, जो देश की रक्षा के लिए हमेशा सतर्क रहता है। कहानी दशहरे और दिवाली के आसपास की है, जब देवा इस बात को लेकर चिंतित होता है कि लोग त्योहारी माहौल में व्यस्त हैं, और यह मौका देश के दुश्मनों के लिए अराजकता फैलाने का हो सकता है।
दुश्मनों को भी पता होता है कि देवा पूरी तरह चौकस है और किसी भी हादसे को रोकने में सक्षम है। फिर भी, वे एक चाल चलते हैं और पटाखों की बड़ी फैक्ट्री में एक रॉकेट से आग लगाने की साजिश रचते हैं। आग तेजी से फैलती है, जिससे फैक्ट्री के मजदूर डर जाते हैं और भागने का प्रयास करते हैं। अचानक, देवा वहां पहुंचता है और उन्हें सुरक्षित प्लेटफार्म पर खड़ा करके आकाश में उड़ा ले जाता है। इसके बाद, देवा फैक्ट्री में लगी आग को बुझाने के लिए बड़े टैंक से पानी डालता है और फैक्ट्री को बचा लेता है।
बदमाशों की यह योजना विफल हो जाती है, लेकिन वे हार मानने के बजाय देवा से बचने का उपाय सोचते हैं। कहानी के अंत में देवा का सामना दुश्मनों से होता है, और वह सभी को पकड़कर उनका नाश करने की ठान लेता है।
सस्पेंस: आखिर में देवा कहता है, "अब जो करेगा देवा करेगा..." क्या देवा अपने मिशन में कामयाब होगा? यह जानने के लिए पूरी कॉमिक पढ़ें!
search engines.
Missing description
Missing summary
Categories : Deva | Comics not present in Meta description