सुपरहीरो देवा और 26 जनवरी का गौरव - 26 जनवरी के मौके पर जब देशभर में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर थीं, कुछ दुश्मनों ने लोगों को परेड देखने से रोकने की साजिश रच डाली। हथियारबंद बदमाशों ने धमकी दी कि जो कोई परेड देखने की कोशिश करेगा, उसकी जान जोखिम में पड़ जाएगी। उन्होंने रास्तों में लैंडमाइंस बिछा दीं और पेट्रोल की आग की ऊंची दीवारें खड़ी कर दीं। उनकी मंशा थी कि लोग डर के मारे घरों में बंद रहें और देश का यह गौरवशाली दिन बदनामी में बदल जाए। लोगों में डर का माहौल छा गया। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, हर कोई परेशान था। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि इस स्थिति से कैसे निकला जाए। प्रधानमंत्री तक यह खबर पहुंची कि परेड देखने कोई नहीं आ रहा। उन्होंने चिंता जताई क्योंकि यह भारत के लिए शर्मिंदगी की बात हो सकती थी। ऐसे मुश्किल समय में "देवा," जो बच्चों का सुपरहीरो था, सामने आया। देवा ने अपने साहस और चतुराई से दुश्मनों की हर साजिश को नाकाम किया। उसने न केवल लैंडमाइंस को बेअसर किया, बल्कि दुश्मनों को भी उनके ही जाल में फंसा दिया। देवा की बहादुरी ने लोगों को प्रेरित किया। परेड शुरू हुई, और लोग गर्व से "जय हिंद" के नारे लगाते हुए वहां पहुंचे। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती। देवा ने आखिर में ऐसा क्या किया जिससे वह बच्चों के दिलों में हमेशा के लिए बस गया? जानने के लिए पूरी कॉमिक जरूर पढ़ें! यह भी पढ़ें:- Deva E-Comics: जांबाज देवा और मिस्टर वायरस Janbaaz Deva E-Comics: लिफाफे में देवा को मिला बम E-Comics: देवा और रावण के चोर जांबाज़ देवा और जालान का आमना सामना