E-Comics : जांबाज देवा और शेर से मुकाबला
बड़े लोगों के शौक और पार्टियां हमेशा कुछ अलग होती हैं। ऐसी ही एक शानदार पार्टी में सजावट के लिए एक पिंजरे में शेर और शेरनी रखे गए थे। लेकिन पार्टी का माहौल अचानक खतरनाक हो गया
बड़े लोगों के शौक और पार्टियां हमेशा कुछ अलग होती हैं। ऐसी ही एक शानदार पार्टी में सजावट के लिए एक पिंजरे में शेर और शेरनी रखे गए थे। लेकिन पार्टी का माहौल अचानक खतरनाक हो गया
अभी कुछ दिन पहले ही भारत कोरोना के प्रकोप से बाहर आया था, मगर ये बात मिस्टर वायरस को बिलकुल भी पसंद नहीं आयी थी। उसने भारत में कोरोना ख़तम होते ही लेबोरेटरी में एक और नया आविष्कार करने में लग गया था।
पूरा दिन बीत चूका था सभी लोग शाम के काम ख़त्म करके रिलैक्स मूड में घूम रहे थे, देवा भी कई दिनों बाद चैन की नींद सोने की तैयारी कर रहा था की तभी शहर से लगे मैदान में जो सोया हुआ ज्वालामुखी था वो फट गया।
सुबह का टाइम था देवा नहाने के लिए वाशरूम जा रहा था की तभी उसके रूम की घंटी लगातार बजने लगी देवा ने बहार आ कर देखा तो एक लड़का लिफाफा लेकर खड़ा था, उस लड़के ने बोला की किसी ने ये आपको देने के लिए बोला था।
सब कुछ बाकी दिनों की ही तरह शांत चल रहा था की तभी बहरूपिया नाम का राक्षस आ गया और पूरी पृथ्वी को तहस नहस करने लगा, लोगों को मरना, बिल्डिंग तोडना, पेड़ उखाड़ देना वो बहुत देर तक ये सब करता रहा।
सभी भारतवासी दशहरा मनाने की तैयारी कर रहे थे, सभी शाम को रावण का पुतला जलने का लुत्फ़ उठाने के लिए बेचैन भी थे। लेकिन जब लोग मैदान में पहुंचे तो वहां कोई भी पुतला नहीं था और सभी परेशान हो गए की अब दशहरा कैसे मनायेंगे।
आज भी सब कुछ रोज़ की तरह ही शांत चल रहा था की तभी मणिदेव आ जाता है देवा को मारने के लिए और अब की बार मणिदेव और भी ज्यादा ताकतवर हो के आया था।