हिंदी नैतिक कहानी: सहानुभूति और समझ की सीख
दीपू, सोनू की खिंचाई करने में आनंद लेता है क्योंकि सोनू बैसाखी का सहारा लेता है। पिकनिक के दौरान दीपू का पैर टूट जाता है और उसे भी बैसाखी की जरूरत पड़ती है। दीपू को सोनू की पीड़ा का एहसास होता है और वह भविष्य में किसी को नहीं चिढ़ाने का संकल्प करता है।