मोटिवेशनल कहानी : चोटी की खोज - एक अनोखा रहस्य
एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम रोहन था। रोहन बहुत ही जिज्ञासु और साहसी था। वह हमेशा नई चीजें सीखने और अन्वेषण करने के लिए तैयार रहता था।
एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम रोहन था। रोहन बहुत ही जिज्ञासु और साहसी था। वह हमेशा नई चीजें सीखने और अन्वेषण करने के लिए तैयार रहता था।
Web Stories यह कहानी नवनीत और उसके दादा जी की है, जहां दादा जी उसे बैल की मेहनत और मूर्खता की कथा सुनाते हैं। बैल मेहनती थे, लेकिन पुआल को चुनकर
यह कहानी नवनीत और उसके दादा जी की है, जहां दादा जी उसे बैल की मेहनत और मूर्खता की कथा सुनाते हैं। बैल मेहनती थे, लेकिन पुआल को चुनकर अपनी मूर्खता साबित कर दी। कहानी सिखाती है कि मेहनत के साथ समझदारी भी जरूरी है, तभी सच्ची सफलता मिलती है।
बाप-बेटा दोनों धार्मिक प्रवृत्ति के थे। जब भी कहीं भजन-कीर्तन होता, दोनों साथ जाते। एक बार दोनों बाप-बेटा भजन-कीर्तन कर कहीं से घर लौट रहे थे। रास्ते में एक घना जंगल पड़ता था।
एक बार कबूतरों का एक झुंड भोजन की तलाश में उड़ान भरता है। कई दिनों की खोज के बाद उन्होंने एक बरगद के पेड़ के नीचे चावल के दाने बिखरे देखे। बिना समय गंवाए, सभी कबूतर खाने में जुट गए।
करीब तीन सौ वर्ष पहले की बात है। गढ़वाल के पूर्वी क्षेत्र खैरागढ़ में राजा भानशाही का शासन था। राजा सदैव प्रजा के हित का ध्यान रखता था, अत: उसकी प्रजा बहुत सुखी और प्रसन्न थी।
एक बार चैतन्य महाप्रभु और रघुनाथ पण्डित नौका विहार कर रहे थे। बातचीत के दौरान महाप्रभु ने कहा, मैंने न्याय शास्त्र पर एक ग्रंथ की रचना की है। मेरी इच्छा है कि उसका कुछ अंश आपको सुनाऊँ।