मोटू पतलू और म्यूजिक धमाल (Motu Patlu and Music Dhamaal)
"मोटू पतलू और म्यूजिक धमाल" एक मज़ेदार और रोमांचक कहानी है जिसमें मोटू, पतलू, चेलाराम, घसीटा, डॉक्टर झटका और अन्य दोस्तों को मिन्नी की एक खास दावत के लिए फुरफुरी नगर में बुलाया जाता है।
"मोटू पतलू और म्यूजिक धमाल" एक मज़ेदार और रोमांचक कहानी है जिसमें मोटू, पतलू, चेलाराम, घसीटा, डॉक्टर झटका और अन्य दोस्तों को मिन्नी की एक खास दावत के लिए फुरफुरी नगर में बुलाया जाता है।
यह कॉमिक स्क्रिप्ट मोटू, पतलू और उनके दोस्तों के बीच के मजेदार और चुलबुले विचारों का संगम है। कहानी की शुरुआत होती है जब मोटू और पतलू, अपने दोस्तों के साथ, खाने-पीने के बिजनेस की संभावना पर चर्चा करते हैं।
आज हम सभी भारत का 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। बच्चे अपने स्कूलों में ध्वजारोहण में भाग लेकर लड्डू खाते हुए घर वापस आ रहे हैं, बाकी सब भी अपने तरीकों से स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं।
एक दिन की बात है मोटू पतलू घर में बैठ कर आराम कर रहे थे, तभी उनके पास डॉ. झटका का फोन आता है और वो उन दोनों को पहाड़ी पर बुलाता है। मोटू पतलू दोनों झट से डॉ. झटका के पास पहुँच जाते हैं।
गर्मियों का मौसम चल रहा था, लेकिन अबकी बार आम के दाम ज्यादा होने के कारण, आम जनता की पहुँच से बाहर होते जा रहे थे। ऐसे में डॉ. झटका ने सोचा कि क्यों न एक ऐसा केमिकल बनाया जाये जिससे आम का पेड़ कहीं भी उगाया जा सके।
जुलाई का महीना चल रहा था और मौसम में काफी उमस हो रही थी। मोटू और पतलू अपने घर में बैठे हुए थे कि तभी मोटू अपना पेट पकड़ कर बोलता है कि पतलू मेरे पेट में कुछ हो रहा है। मोटू को देखकर पतलू बोलता है आजकल मौसम बदल रहा है, किसी चीज से इन्फेक्शन हो गया है।
पूरी गर्मी की छुट्टियों में पतलू ने पता नहीं कौन कौन सी जासूसी की किताबें पढ़ी थीं। अब उसके अंदर का जासूस भी जाग गया था। एक दिन अचानक मोटू बाजार से वापस आया तो उसने देखा कि पतलू जासूसों की तरह ओवरकोट पहन कर खड़ा है।