लोटपोट के मोटू पतलू की तरह कैसे दुनिया ने समोसे को अरबों डॉलर का ग्लोबल स्नैक बनाया
आज से कई वर्ष पहले रंग भेद के चलते जोहानसबर्ग में अलग अलग नस्लों के पसन्द अनुसार अलग रेस्तरां बने हुए थे। ऐसा कोई रेस्तरां नहीं था जंहा कुछ ऐसा मिलता हो, जो सबको पसंद आए सिवाय ' समोसे की दुनिया' वाला ओरिएंटल प्लाजा रेस्तरां जहां मिलते थे गर्मा गर्म समोसे।