Games/Puzzles: शेख चिल्ली को नानी के घर तक पहुंचाएं
गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, शेख चिल्ली भी छुट्टियों का माज़ा ले रहा था। एक दिन शेख चिल्ली अपनी नानी के घर जाने को सोचता है, मगर जब वह ये बात अपनी मम्मी से बोलता है तो उसकी मम्मी मन कर देती हैं।
गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, शेख चिल्ली भी छुट्टियों का माज़ा ले रहा था। एक दिन शेख चिल्ली अपनी नानी के घर जाने को सोचता है, मगर जब वह ये बात अपनी मम्मी से बोलता है तो उसकी मम्मी मन कर देती हैं।
दिलदार ननगर नाम का एक गांव था, उसके आस पास एक जंगल था उस जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे। उनमे से कुछ छोटे जानवर उस गांव के आस पास ही रहा करते थे।
संडे का दिन था मोनू सुबह ही बीच पर जाने के लिए तैयार हो गया था, चूँकि बीच उसके नानी के घर से पास था इसलिए वह पैदल ही उधर निकल पड़ा जैसे ही वह बीच पर पहुंचा उसने देखा कि बच्चे वहां रेत के टीले बना रहे थे।
24 दिसम्बर की रात थी, ठंड अपने चरम पर थी मगर फिर भी लोगों को क्रिसमस सेलिब्रेट करने से नहीं रोक पा रही थी। लोगों का उत्साह देखते ही बनता था, बच्चों के लिए तो आज की रात एकदम अलग थी।
एक बार शेख चिल्ली के झुनझुन नगरिया में आइसक्रीम जीतो प्रतियोगिता का शुभारम्भ हुआ, जिसमे सभी नगर वासियों ने भाग लिया लेकिन कोई भी उस आइसक्रीम तक नहीं पहुँच पाया क्यूंकि उस आइसक्रीम तक पहुँचने के लिए सभी को एक भूलभुलैया में से हो के गुज़रना था।
एक बार की बात है गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, ऋतु पूरी गर्मी की छुट्टियों में अपने अलग- अलग दोस्तों के यहाँ खेलने और असाइनमेंट करने के लिए जाया करती थी।