कहानी "पपीता राम और हलवा" में पपीता राम, अपनी मम्मी से हलवा बनाने की फरमाइश करता है। मम्मी, जो खुद को थका हुआ महसूस कर रही हैं, उसे खुद हलवा बनाने की सलाह देती हैं। पपीता राम तैयार हो जाता है और मम्मी उसे सूजी, घी, काजू, किशमिश आदि सभी आवश्यक सामग्री बता देती हैं। मम्मी को उम्मीद है कि कुछ देर में एक स्वादिष्ट हलवा तैयार होगा। थोड़ी देर बाद, मम्मी पपीता से पूछती हैं कि क्या हलवा तैयार है। पपीता एक मजाकिया जवाब देता है कि हलवा तो बना है, मगर उसके पेट में। मम्मी चौंक जाती हैं और पपीता बताता है कि उसने सारी सामग्री ऐसे ही खा ली, क्योंकि आखिर में तो हलवा पेट में ही जाना था। इसलिए, उसने हलवा बनाने की जगह सीधे सामग्री खा ली। कहानी का अंत थोड़ा रहस्यमय और मजेदार है, जिससे पाठकों के मन में उत्सुकता बनी रहती है कि आगे क्या होगा। यह अंत तक पाठकों को बांधे रखता है, और पूरी कहानी पढ़ने की इच्छा पैदा करता है। यह भी पढ़ें:- पपीता राम ई-कॉमिक्स: पपीताराम का परहेज Papita Ram E-Comics: पपीता राम और पेट का सवाल Papita Ram E-Comics: पपीता राम और ऑर्डर का खाना Lotpot E-Comics: पपीताराम के नाराज़ दोस्त