Motu Patlu E-Comics: मोटू पतलू और किंग ऑफ़ किंग्स
पप्पू और मिन्नी मोटू पतलू की फिल्म किंग ऑफ़ किंग्स देख कर वापस लौट रहे थे। वे आपस मैं बातें कर रहे थे, पप्पू बोलता है की मिन्नी मोटू पतलू की मूवी तो बहुत ही मज़ेदार थी।
पप्पू और मिन्नी मोटू पतलू की फिल्म किंग ऑफ़ किंग्स देख कर वापस लौट रहे थे। वे आपस मैं बातें कर रहे थे, पप्पू बोलता है की मिन्नी मोटू पतलू की मूवी तो बहुत ही मज़ेदार थी।
एक दिन की बात है मोटू घर में आराम कर रहा था, की तभी पतलू वहां आता है और बोलता है की मोटू भाई कमाल की खबर लाया हूँ। मोटू को लगता है की शायद उसके दोस्त कमाल की तबियत ठीक हो गयी है।
इतवार का दिन था, शेख चिल्ली सुबह सुबह नाश्ता कर के मल्लिका के घर जाने के लिए निकलता है। जैसे ही वो मल्लिका के घर पहुँचता है और मल्लिका को आवाज़ देता है तो मल्लिका झट से बहार आकर बोलती है की अभी तुम लोग चले जाओ।
नटखट नगर में मेला लगा हुआ था, उस मेले में जादूगर पॉल भी आया हुआ था। जादूगर पॉल बहुत ही फेमस जादूगर था उसके आने की वजह से मेले में रौनक और भी बड़ गयी थी। जादूगर के आने की बात डॉ. डेविल को भी पता चल गयी थी।
नटखट नगर में मेला लगा हुआ था, नीटू, टीटा और टेडी तीनों मेला घूमने गए हुए थे। वहां उन तीनों ने बहुत मज़े किये मगर नीटू ने टेडी को गुब्बारे नहीं दिलवाये। वापस लौटते समय टेडी नीटू से इसी बात पे नाराज़ था।
क्रिसमस का दिन था और कंजूसी लाल अपने घर में सोच रहे थे की सब मुझे कंजूसी लाल ही कहते हैं, आज मेरे पास एक खराब हुई मिठाई का पैकेट भी है आज मैं इसको किसी को गिफ्ट कर देता हूँ। इतना सोच कर वो मिठाई को पैक कर के घर के बहार निकले।
संडे का दिन था शेख चिल्ली बड़े मज़े से घर में घूम रहा था, तभी उसने देखा कि उसकी मम्मी अखरोट लेके आयी हैं। उसने फ़ौरन अखरोट अपनी जीती हुई ट्रॉफी में पलट लिया। शेख चिल्ली अभी सोच ही रहा था।