/lotpot/media/media_files/dTMiQfz6K9sO0R3TxUrK.jpg)
चोट की देखभाल
घर में कई बार गिरने से अथवा जानवरों के काटने इत्यादि से साधारण ज़ख्म हो जाते हैं। हमें इन ज़ख्मों को सबसे पहले घर पर ही साफ कर लेना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा सफाई हो सके और कीटाणु अन्दर न जा सकें।
इसके लिये कुछ साधारण उपाय इस पोस्ट में बताए गए हैं:-
1) ज़ख्मों को पकने से बचाने के लिये सबसे आवश्यक उपचार यह है कि चोट वाले स्थान को साधारण नल के पानी से अथवा गुन गुने नमक के घोल से तुरंत धो दिया जाय।
2) यदि आवश्यकता हो तो ज़ख्म को धोने के लिये आइओडीन या किसी अन्य कीटनाशक घोल का भी प्रयोग किया जा सकता है।
3) ज़ख्म धोने के लिये घोल को सामान्य या अधिक दबाव डालना आवश्यक है। सामान्य दबाव के लिये घोल को दूध पिलाने वाली बोतल में भरा जा सकता है।
4) यदि ज़ख्म जलने के कारण हुआ है तो धोने की क्रिया तब तक जारी रखनी चाहिये जब तक जलन समाप्त न हो जाये।
5) यदि कोई बाहरी वस्तु (जैसे डंक या छोटी फांस) जलन का कारण हो तो ऐसी दशा में जलन के समाप्त होने तक धोने की क्रिया जारी रखनी चाहिये।
6) ज़ख्म साफ करने से पहले हाथ साबुन से धो लेना चाहिए यदि हो सके तो दस्तानों का प्रयोग करना चाहिए।
7) ज़ख्म धोने का काम उस व्यक्ति को स्वयं नहीं करना चाहिये जिसे चोट लगी है।
8) धोने की क्रिया कम से कम 5-10 मिनट तक करनी चाहिए।
9) खुले ज़ख्म पर गर्म के स्थान पर ठंडा पानी अधिक उपयुक्त है।
10) यदि ज़ख्म से खून बह रहा हो तो पहले ज़ख्म को साफ कर लेना चाहिये और बाद में खून रोकने का उपचार करना चाहिये।
11) यदि ज़ख्म बहुत मैला हो तो धीरे-धीरे लगे हुये मैल को साफ करना चाहिए।
12) यदि कोई कांटा आदि फंसा हो तो उसे चिमटी की सहायता से निकालना चाहिए।
13) आवश्यकता अनुसार ज़ख्म पर पट्टी बाधनी चाहिए।