जंगल की बाल कहानी - मनुष्य और कुत्ता कुत्ते का एक छोटा-सा पिल्ला अपने माता-पिता के साथ जंगल के पास रहता था। एक दिन उसके माता-पिता खाना ढूंढने के लिए निकले। शाम होने लगी लेकिन वे वापिस नहीं आए। पिल्ले को डर लगने लगा। By Lotpot 09 Dec 2024 in Jungle Stories Moral Stories New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 जंगल की बाल कहानी - मनुष्य और कुत्ता :- कुत्ते का एक छोटा-सा पिल्ला अपने माता-पिता के साथ जंगल के पास रहता था। एक दिन उसके माता-पिता खाना ढूंढने के लिए निकले। शाम होने लगी लेकिन वे वापिस नहीं आए। पिल्ले को डर लगने लगा। बाद में पता चला कि किसी गाड़ी से टकराकर दोनों की मृत्यु हो गई थी। पिल्ले को बहुत रोना आया। उसे मम्मी -पापा की याद आ रही थी। रोता-रोता वह जंगल की ओर चल पड़ा। तभी उसे एक हिरण मिला। हिरण को उस पर दया आ गई और वह पिल्ले को अपने साथ ले गया। रात हुई तो उसने पिल्ले को सोने के लिए जगह दी। लेकिन पिल्ले को नींद नहीं आ रही थी। हर छोटी -सी आवाज पर वह बाहर निकलकर भौंकने लगता था। हिरण को इस बात पर गुस्सा आया। उसने कहा, अगर तुम ऐसे ही बार-बार बाहर जाकर भौंकोगे तो शेर को हमारे बारे में पता चल जाएगा। वह आकर हम दोनों को मार देगा। पिल्ला चुप तो हो गया लेकिन उसके मन में एक विचार आ रहा था, हिरण शेर से डरता है, इसलिए मुझे शेर के ही पास रहना चाहिए। अगले दिन वह शेर के पास पहुँचा। उसने शेर को अपनी कहानी सुनाई। उसने शेर से प्रार्थना की कि वह उसे अपने साथ रहने दे। शेर को पिल्ले पर दया आ गई। वह राजी हो गया। रात को फिरवही हुआ। पिल्ला बार-बार भौंकने लगता था। शेर को गुस्सा आ गया। वह जोर से दहाड़कर बोला, अगर तुम इस तरह भौंकोगे तो मनुष्य को हमारे बारे में पता चल जाएगा। वह चुपके से आकर हम दोनों को पकड़ लेगा। पिल्ले को आश्चर्य हुआ कि शेर भी किसी से डरता है। लेकिन उसने तय किया कि वह अगले ही दिन मनुष्य के पास जाएगा। सुबह होते ही वह शहर की ओर चल पड़ा। उसे जो पहला मनुष्य मिला वह उससे बोला, मैं अकेला हूँ, क्या आप मुझे अपने साथ रहने देंगे ? मनुष्य ने जब उसके माता-पिता के बारे में सुना तो उसे पिल्ले पर दया आ गई। वह पिल्ले को अपने घर ले गया। रात हुई और पिल्ला अपनी आदत के अनुसार बाहर जाकर भौंकने लगा। लेकिन मनुष्य नाराज नहीं हुआ। बल्कि वह खुश हुआ। वह अब निश्चिंत था कि यदि कोई चोर उसके घर में आएगा तो कुत्ते से डरकर भाग जाएगा साथ ही कुछ गड़बड़ होगी तो कुत्ता भौंकेगा और उसकी नींद भी खुल जाएगी। इस तरह मनुष्य और कुत्ता दोस्त बन गए। यह दोस्ती आज भी वैसी ही चल रही है। कहानी से सीख : तो बच्चों इस कहानी से हमें ये शिक्षा मिलती है, हमें दोस्ती और आपसी समझ का ज्ञान होना बहुत जरूरी है, जहाँ ये दोनों चीज़ें होती है वहां दुश्मन भी दोस्त बन सकते हैं. ये जंगल कहानी भी पढ़ें : अहंकार और विनम्रता का संघर्ष: जंगल की कहानीजंगल कहानी : गहरे जंगल का जादूमज़ेदार कहानी - जंगल की रोमांचक दौड़Jungle Story : दोस्त की मदद #Jungle story in Hindi #best hindi jungle story #Best Jungle Story #kids jungle story #short jungle story in hindi #Lotpot Jungle Story #बच्चों की जंगल कहानी #जंगल कहानी #बच्चों की हिंदी जंगल कहानी #choti jungle story #बेस्ट जंगल कहानी #छोटी जंगल कहानी #Hindi Jungle Story #kids jungle story in hindi #short hindi jungle story #moral jungle story #हिंदी जंगल कहानी #मजेदार जंगल कहानी #kids hindi jungle story #Jungle Story #best jungle story in hindi You May Also like Read the Next Article