Jungle Story : नया साल और मूंगफली का लालच फुरफुरी वन में नया साल आने वाला था और सभी जानवर जोरों-शोरों से तैयारियों में जुटे थे। छोटे से चिल्लू गिलहरी की मम्मी ने भी अपने मेहमानों के स्वागत के लिए ढेर सारी मूंगफलियां खरीद रखी थीं। By Lotpot 11 Nov 2024 in Jungle Stories Moral Stories New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Jungle Story : नया साल और मूंगफली का लालच- फुरफुरी वन में नया साल आने वाला था और सभी जानवर जोरों-शोरों से तैयारियों में जुटे थे। छोटे से चिल्लू गिलहरी की मम्मी ने भी अपने मेहमानों के स्वागत के लिए ढेर सारी मूंगफलियां खरीद रखी थीं। चिल्लू ने जब मूंगफली का बड़ा डिब्बा देखा, तो उसकी आंखें चमक उठीं। वह मन ही मन खुश होकर सोचने लगा, "वाह! इस बार तो मैं खूब सारी मूंगफलियां खा पाऊंगा।" लेकिन उसकी यह खुशी जल्द ही गायब हो गई जब मम्मी ने उसे बस थोड़ी सी मूंगफलियां दीं। चिल्लू ने तुरंत मम्मी से और मूंगफलियां मांगी। चिल्लू: "मम्मी, मुझे कुछ और मूंगफलियां दो ना।" मम्मी: "नहीं बेटे, ज्यादा खाने से पेट खराब हो सकता है। अभी इतनी ही खाओ।" चिल्लू थोड़ी देर बाद फिर से मूंगफलियां मांगने लगा, लेकिन मम्मी ने फिर थोड़ी सी ही दीं। चिल्लू को संतोष नहीं हुआ, वह पूरा डिब्बा खाली करना चाहता था। उसने सोचा कि जब मम्मी घर पर नहीं होंगी, तब वह सारे मूंगफलियां खा लेगा। मूंगफली का जादू और चिल्लू की चालाकी अगले दिन, जब मम्मी बाजार गई हुई थीं, चिल्लू ने तुरंत डिब्बा उठाया और सारी मूंगफलियां खाने लगा। वह खाता गया, खाता गया, तब तक जब तक पूरा डिब्बा खाली नहीं हो गया। पेट भरने के बाद चिल्लू ने चैन की सांस ली और खुद को विजेता समझने लगा। लेकिन थोड़ी ही देर बाद, उसके पेट में जोर का दर्द शुरू हो गया। दर्द धीरे-धीरे बढ़ने लगा और चिल्लू दर्द से कराहने लगा। चिल्लू (कराहते हुए): "हाय मम्मी, मेरा पेट! अब क्या करूं?" उसी समय मम्मी वापस आईं और चिल्लू की हालत देखकर घबरा गईं। मम्मी: "क्या हुआ बेटे? तुम इतने दर्द में क्यों हो?" चिल्लू: "मम्मी, मैंने सारे मूंगफलियां खा लीं, अब पेट में बहुत दर्द हो रहा है।" डॉक्टर हाथी की सलाह और नई साल की सीख मम्मी तुरंत चिल्लू को लेकर डॉक्टर हाथी के पास पहुंचीं। डॉक्टर हाथी ने स्थिति समझकर चिल्लू से कहा: डॉक्टर हाथी: "तुमने जरूरत से ज्यादा मूंगफलियां खाकर अपने पेट को खराब कर लिया है। अब तुम्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ेगा।" चिल्लू: "लेकिन नए साल की पार्टी?" मम्मी (डांटते हुए): "तुम्हारी वजह से हमारी और तुम्हारे दोस्तों की भी न्यू ईयर पार्टी खराब हो गई है। अगर तुम मेरी बात मान लेते, तो यह सब नहीं होता।" अस्पताल के बैड पर लेटा चिल्लू सोच रहा था कि अगर उसने लालच नहीं किया होता और मम्मी की बात मान ली होती, तो ना उसे दर्द होता और ना ही सबका न्यू ईयर सेलिब्रेशन खराब होता। सीख: लालच का फल हमेशा कड़वा होता है। हमें कभी भी अपनी लालच में आकर गलत कदम नहीं उठाने चाहिए। दूसरों की सलाह मानना हमारे लिए ही फायदेमंद होता है। ये जंगल कहानी भी पढ़ें : अहंकार और विनम्रता का संघर्ष: जंगल की कहानीजंगल कहानी : गहरे जंगल का जादूमज़ेदार कहानी - जंगल की रोमांचक दौड़Jungle Story : दोस्त की मदद #best hindi jungle story #bachon ki hindi jungle kahani #Best Jungle Story #Best Jungle Stories #bachon ki jungle kahani #bachon ki jungle kavita #best jungle story in hindi You May Also like Read the Next Article