Fun Story: खुला आज़ाद शेर एक दिन बहुत ज़ोरों की बारिश हो रही थी और बारिश रुक नहीं रही थी। हर कोई अपने घर में बोर हो रहा था। तभी गीती बोली, ‘काश! हम कुछ कर सकते।’ विक्की बोला, ‘हमारे साथ कभी कुछ अलग नहीं हुआ है।’ By Lotpot 09 Jan 2024 in Stories Fun Stories New Update खुला आज़ाद शेर Fun Story खुला आज़ाद शेर:- एक दिन बहुत ज़ोरों की बारिश हो रही थी और बारिश रुक नहीं रही थी। हर कोई अपने घर में बोर हो रहा था। तभी गीती बोली, ‘काश! हम कुछ कर सकते।’ विक्की बोला, ‘हमारे साथ कभी कुछ अलग नहीं हुआ है।’ उन दोनों को पता था कि उनकी माँ बारिश में उन्हें कहीं जाने नहीं देगी। अपने बच्चों को मनाने के लिए उनकी माँ ने घर में केक बनाए और उसमें उनके बच्चों ने उनकी मदद की। केक बहुत स्वादिष्ट थे और बच्चों ने गर्म गर्म केक खा लिया। जो केक बचे थे, उसे ढककर उन्होंने टेबल पर ही छोड़ दिया। गीती ने सोचा, ‘कि जानवर और पक्षी क्या करते होंगे।’ विक्की बोला, ‘वह अपने घोंसले और पिंजरे में रहते होंगे।’ गीती बोली, ‘मैं जंगली जानवरों की बात कर रही हूँ, जैसे जंगल के शेर, पेड़ों पर रहने वाले पक्षी। वह सब इस बारिश में क्या करते होंगे?’ ‘वह सब आज़ाद हैं। चिड़िया घर में रहने वाले जानवरों के बारे में सोचो।’ (Fun Stories | Stories) और यह सच था, चिड़िया घर में रहने वाले जानवर परेशान और चिड़चिड़े हो रहे थे। गीलेपन की वजह से बड़े और छोटे जानवरों के लिए दिक्कत हो रही थी। जितनी ज़्यादा बारिश हो रही थी, उतना ही पानी भर रहा था। शेर के पिंजरे के पास बनी खाई में पानी भर गया था। शेर ने देखा। वह पुराना जानवर था, जो कभी अपने पिंजरे से बाहर नहीं गया था। उसने इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा था। पानी को देखकर शेर को अच्छा लग रहा था और उसने बाहर जाने का फैसला किया। उसने अपने आसपास सूंघा। फिर उसने अपना एक पैर आराम से पानी में डाला और लंबी सांस ली और फिर वह उसमें कूद गया। पहले तो वह डूब गया और घबरा गया। फिर उसने सोचा कि वह मर जाएगा। लेकिन वह मरा नहीं। उसने अपना सिर उठाया और आगे बढ़ता गया और फिर उसका मुँह दीवार के साथ टकराया। उसने दीवार पर पैर जमाकर अपने आपको बाहर निकाला। वह बाहर निकल आया और अब वह आज़ाद था। अब वह कहीं भी घूम सकता था। उसने बाहर आकर उन हज़ारों लोगों की तरह महसूस किया जो आज़ाद घूमते थे। अब जंगल का राजा अपनी ज़िंदगी के मज़े लेने को तैयार था। उसे किसी ने नहीं देखा। क्योंकि वह रात का समय था और चिड़िया घर की देखरेख करने वाले सभी अधिकारी सो रहे थे। शेर बाहर गया और उसने सब कुछ देखा। आराम आराम से वह अपने पैर रखता हुआ अपने पिंजरे के साथ वाले पिंजरे पर पहुँचा। उसने भालू को देखा। उसने सभी पिंजरों को देखा और उसने सोचा कि आज़ाद होना कितना मज़ेदार है। फिर उसे विचार आया। आज़ाद होने का क्या फायदा है अगर मैं चिड़ियाघर की इस चार दिवारी में ही रह गया। इसलिए हर पिंजरे को आराम से पार करता हुआ शेर मुख्य द्वार की ओर पहुँच गया। (Fun Stories | Stories) उसे मनुष्यों की खुशबू आई। उसने आराम से टिकट खिड़की पर झांका। वहां सुरक्षाकर्मी सो रहा था। शेर चालाक था और उसे पता था कि अगर सुरक्षाकर्मी उठ गया तो वह उसे जाने नहीं देगा। इसलिए उसने आराम से बैठकर प्रतीक्षा की और देखा कि सुरक्षाकर्मी हिल ढुल तो नहीं रहा। सुरक्षाकर्मी खर्राटे मारने लगा। जब शेर को लगा कि सुरक्षाकर्मी सो गया है तो वह आराम से उसके पास से निकला। तभी उसे सुरक्षाकर्मी की हल्की आवाज़ सुनाई दी। जिसे सुनकर वह डर गया। लेकिन उसने आराम से देखा कि सब कुछ ठीक है और फिर वह पहली बार अपनी ज़िंदगी में आज़ाद बाहर निकल आया। (Fun Stories | Stories) शेर इधर उधर गया और उसने बड़ी काली और गीली सड़कें देखीं। उसने बड़ी इमारतों को... शेर इधर उधर गया और उसने बड़ी काली और गीली सड़कें देखीं। उसने बड़ी इमारतों को देखा। एक बच्चे ने अपने घर से शेर को देखा और कहा, ‘पापा, शेर बाहर आज़ाद घूम रहा है।’ उस बच्चे को सुलाने के लिए उसके पिता ने कहा, ‘हां, शेर घूम रहा है, तुम जल्दी सो जाओ।’ शेर आगे बढ़ा। यह पहली बार था कि वह इतना लंबा चला था। अब वह बाज़ार में पहुँच गया था। लेकिन रात होने की वजह से सभी सो रहे थे। उसने दुकानों की खिड़कियों से उसके अंदर रखे सामानों को देखा और वह खुश हुआ। फिर वह आगे बड़ा और उसे ताज़े बने हुए केक की खुशबू आई। उसने इससे पहले इतनी अच्छी खुशबू कभी नहीं ली थी। सूंघता हुआ वह गीती और विक्की के घर पहुँचा। उन दोनों के कमरे को खुला पाकर शेर अंदर घुस गया। आराम से उसने घर के अंदर प्रवेश लिया। उसने बच्चों को अपने आरामदायक पलंग पर मुलायम कंबलों में सोते हुए देखा। वह उनके साथ सोने की कोशिश कर रहा था। लेकिन पहले उसने देखा कि खुशबू कहाँ से आ रही है। अपनी नाक से खुशबू को सूंघता हुआ वह केक के पास पहुँचा और उन्हें खा गया। उसे केक बहुत पसंद आए। उसे केक की खुशबू भी बहुत अच्छी लगी। (Fun Stories | Stories) और केक खाने के बाद वह सोने के लिए गया। वह बच्चों के कमरे में दुबारा पहुँचा। शेर ने विक्की के पलंग में घुसने की कोशिश की। लेकिन वह पलंग इतने बड़े शेर के लिए बहुत छोटा था। इसलिए, उसने अपने लिए पलंग के नीचे जगह बना ली और उसे वहां सोकर बहुत अच्छा लग रहा था। जल्दी ही उसे नींद आ गई। अगली सुबह जब माँ उठी तो उसे टेबल पर रखे केक नहीं मिले। उसने अपने बच्चों से पूछा, ‘क्या तुम लोगों ने केक खाएं है?’ ‘नहीं माँ। हमने केक नहीं खाए हैं’ बच्चों ने कहा। फिर किसने खाए हैं। गीती बोली, ‘शायद शेर खा गया होगा।’ यह सुनकर माँ ने कहा, ‘क्या शेर? गीती तुम झूठ मत बोलो।’ विक्की ने कहा, ‘माँ यह झूठ नहीं कह रही। कल रात हमारे पलंग के नीचे शेर था।’ यह सुनकर माँ घबरा गई और ज़ोर से चिल्लाई। वह अपने बच्चों को पीछे करके उनके कमरे में शेर को देखने गई। उसने कमरे की तलाशी ली लेकिन उसे शेर कहीं नहीं मिला। उसने बच्चों से कहा, ‘बच्चों, तुमने मुझे डरा दिया है। वहां कोई शेर नहीं है।’ बच्चों ने कहा, लेकिन माँ, वहां पर शेर था। देखो हमारे कमरे के कारपेट पर शेर के पैरों के निशान हैं। हमारा बेड गीला है और मेरे पलंग पर शेर के बाल हैं।’ (Fun Stories | Stories) माँ को उनकी बात पर विश्वास हो गया। लेकिन उन्हें शेर कहीं नहीं मिला। क्या आपको पता है शेर कहां चला गया था। शेर को आज़ाद घूमकर बहुत अच्छा लगा लेकिन फिर उसने सोचा कि कोई उसे देखकर घबरा ना जाए इसलिए उसने अपने पिंजरे में दोबारा जाने का फैसला किया। इसलिए सुबह होने से पहले वह वहां से निकल गया ताकि उसे कोई देख न सके। जब वह चिड़ियाघर पहुंचा तो सुरक्षाकर्मी सो रहा था और वह आराम से अपने पिंजरे में पहुँच गया। उसे आज़ाद घूमकर बहुत मज़ा आया लेकिन अपने पिंजरे में पहुँचकर वह खुश था। जल्द ही बारिश रुक गई। गीती और विक्की चिड़िया घर गए। वह शेर के पिंजरे के बाहर खड़े होकर एक दूसरे से कहने लगे। मुझे लगता है कि इस शेर ने हमें पहचान लिया है। शेर ने उन दोनों का शुक्रिया करते हुए ज़ोर की आवाज़ निकाली। (Fun Stories | Stories) lotpot-e-comics | hindi-bal-kahania | bal kahani | short-stories | short-hindi-stories | hindi-short-stories | hindi-stories | kids-hindi-stories | kids-fun-stories | hindi-fun-stories | fun-stories | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-khaanii | baal-khaanii | hindii-khaaniyaan | chottii-hindii-khaanii यह भी पढ़ें:- Fun Story: छोटा कारोबार Fun Story: लाल और काली पतंग Fun Story: गधे के कमरे में गधा Fun Story: आग उगलने वाले नेत्र #बाल कहानी #लोटपोट #Lotpot #Bal kahani #Hindi Bal kahania #Kids Fun Stories #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कहानी #छोटी हिंदी कहानी #hindi stories #Fun Stories #Hindi fun stories #hindi short Stories #Short Hindi Stories #short stories #हिंदी कहानियाँ #kids hindi stories You May Also like Read the Next Article