Fun Story: मालती

मोहन गढ़ के राजा थे वीरसेन। उनकी पत्नी का देहांत छोटी उम्र में ही हो गया। महाराज को 3 साल की बेटी मालती सौंप कर महारानी अचानक चल बसीं। वीरसेन इस घटना से उदास हो गये। उन्होंने राज-पाठ में ध्यान देना बंद कर दिया।

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King with her daughter

मालती

Fun Story मालती:- मोहन गढ़ के राजा थे वीरसेन। उनकी पत्नी का देहांत छोटी उम्र में ही हो गया। महाराज को 3 साल की बेटी मालती सौंप कर महारानी अचानक चल बसीं। वीरसेन इस घटना से उदास हो गये। उन्होंने राज-पाठ में ध्यान देना बंद कर दिया और महल में एकांत में बैठे कुछ सोचते रहते। (Fun Stories | Stories)

महाराज की यह दशा देखकर दरबारियों सहित सभी नें जोर देकर महाराज को दुबारा विवाह करने के लिए राजी कर लिया। नई रानी आईं तो महाराज का दु:ख दर्द धीरे-धीरे कम होता गया। कुछ समय बाद वीरसेन को नई रानी से 2 लड़कियां हुईं।

वक़्त गुजरने के साथ वे बड़ी हुईं। राजो और लाजो गोरी-चिट्टी सुंदर राजकुमारियां थीं, वहीं पहली रानी की बेटी मालती साधारण रंग-रूप वाली थी। इस कारण वे दोनों सुन्दरता के घमंड में चूर रहतीं और मालती की हंसी उड़ातीं। (Fun Stories | Stories)

एक दिन राजो और लाजो आपस में खेल रहीं थीं। तभी मालती भी वहां पहुंच गई। “प्यारी बहनों, मुझे भी अपने संग खेलने दो, मै भी खेलना चाहती हूं।" मालती ने विनम्रता से कहा। जा जा काली कलूटी, तू हमारी बहन क्या दासी भी नही हो सकती जा कहीं और जाकर खेल, उन दोंनों ने उसकी खिल्ली उड़ाते हुए कहा इधर मालती को बड़ा दुख हुआ, वह चुपचाप वहां से चली गई और महल में जाकर रोने लगी। 

महाराज ने उसे रोते देखा तो वे उसके पास गये। “जी छोटा न करो रंग-रूप देना भगवान के हाथ में है पर अच्छे गुणों का विकास करना हमारे अपने हाथ में होता है। तुम अच्छी लड़की बन कर दिखलाओ"। वीरसेन ने कहा तो मालती को राह मिल गई।

King with her daughter

सुंदरता में पिछड़ने के बावजूद पढ़ाई-लिखाई, बुद्धि व्यवहार इन सब गुणों की चारों तरफ प्रशंसा होती तो राजो और लाजो जल-भुन जातीं। (Fun Stories | Stories)

मालती को नीचा दिखाने का कोई मौका हाथ से जाने न देतीं। मालती भेदभाव के बावजूद अपने काम से काम रखती।

एक दिन राजो और लाजो घूमने निकलीं मालती ने साथ आने की जिद की तो पहले तो उन्होंने आनाकानी की फिर उसे यह सोचकर साथ ले लिया कि मालती सामान उठाने के काम आएगी। चलते-चलते राजो और लाजो बहुत दूर निकल आईं। (Fun Stories | Stories)

दूर-दूर तक मानव तो क्‍या जानवर तक नजर नहीं आता था। ऐसी सुनसान जगह पर एक जगह चमचमाता हुआ...

दूर-दूर तक मानव तो क्‍या जानवर तक नजर नहीं आता था। ऐसी सुनसान जगह पर एक जगह चमचमाता हुआ महल देखकर वे दोनों ठिठक कर रूक गईं। महल की बाहरी सुंदरता देखकर वे दंग रह गईं। 'महल के भीतर क्या है' यह जानने के लिए वे दरवाजे के अंदर जाने लगीं तो मालती ने उन्हें रोका।

ऐसी सुनसान जगह पर यह सुंदर महल? मुझे तो कुछ गड़बड़ लगती है। ऐसा न हो इसके भीतर जाकर तुम किसी मुसीबत में फंस जाओ मालती ने कहा। तुझे डर लग रहा है तो मत आ। हम दोनों तो महल के अन्दर ज़रूर जायेंगे। राजो और लाजो बहुत समझाने पर भी नहीं मानी। उनके महल के अन्दर जाते ही महल एक पिंजरे में बदल गया। वहां बहुत सी लड़कियां पहले ही से कैद थीं। (Fun Stories | Stories)

अब तुम दोनों मेरे जादू के जाल में फंस चुकी हो। आज से तुम मेरी दासी हो। एक हट्टे-कट्टे जादूगर ने वहां आकर कहा। तो राजो और लाजो की सिट्टी-पिट्टी गुल हो गई।

“हमें छोड़ दो, हमें जाने दो वे गिड़गिड़ाने-रोने लगीं पर जादूगर का दिल नहीं पसीजा, वह जोर-जोर से  हँसता हुआ गायब हो गया।

“हम सब भी तुम्हारी तरह महल की चकाचौंध में आकर जादूगर के जाल में फंस गई थीं। अब हम इस कैद से कभी नहीं निकल पाएंगी। वहां कैद दूसरी लड़कियों ने उन दोनों से कहा तो वे अपनी बहन मालती की बात याद करके पछताने लगीं। उसके बहुत रोकने पर भी वे नहीं मानी, और नतीजा सामने था।

उधर बाहर खड़ी मालती समझ गई कि ज़रूर वे दोनों किसी मुसीबत में फंस गई हैं तभी अब तक नहीं लौटीं। महल भी गायब हो चुका था। मालती अगली सुबह का इंतज़ार करने लगी। अपनी बहनों को छुड़ाने के लिए उस महल के भीतर जाना ज़रूरी था। (Fun Stories | Stories)

अगले दिन फिर वैसा ही महल प्रकट हुआ मालती उसके भीतर दाखिल हुई तो वहां उसने राजो और लाजो को पिंजरे में कैद पाया।

हमें दुष्ट जादूगर के चंगुल से बचाओ बहन, तुम कोई उपाय सोचो। 'मालती को देखकर वे दोनों गिड़गिड़ाती हुई बोलीं। मालती ने उनको ढाढ़स बंधाया और जादूगर के आने का इंतज़ार करने लगी। थोड़ी देर में जादूगर वहां आया और एक नई लड़की को जाल में फंसा देख जोर-जोर से हंसने लगा।

मालती डरी नहीं, उसने गौर से जादूगर की तरफ देखा जो बार-बार अपनी एक आंख पर हाथ लगा रहा था। “जरूर इसकी सारी शक्ति इस चमकीली आंख में केंद्रित है। “मालती ने अनुमान लगाया। जादूगर काफी लंबा था, मालती उसकी आंख तक पहुंच नहीं सकती थी। उसने एक तरकीब सोची। (Fun Stories | Stories)

“अरे, तुम्हारी आंख को क्या हुआ? 'वह बोली तो जादूगर चौंका मालती ने झोले में से शीशा निकाला तो जादूगर झुककर उसमें चेहरा देखने ज्यों ही नीचे आया त्यों ही मालती ने दूसरे हाथ में पकड़ा चाकू उसकी आंख में घुसेड़ दिया।

चाकू के वार से जादूगर की आंख फूट गई, वह कराहता हुआ जमीन पर गिरा और थोड़ी देर तड़पकर मर गया। उसके मरते ही उसका जादू समाप्त हो गया और महल-पिंजरा सब गायब हो गये।

राजो और लाजो समेत कैद की हुई सारी लड़कियां आज़ाद हो गईं, आज़ादी पाकर वे खुशी से उछलने लगीं। बड़ा उपकार किया है, आज से हम सब तुम्हारी दासी हैं। तुम जैसा कहोगी हम वैसा ही करेंगी। उन लड़कियों ने मालती से कहा। (Fun Stories | Stories)

“तुम सब आज़ाद हो, जहां चाहो जा सकती हो।" मालती ने कहा तो वे कृतज्ञता पूर्वक अपनी-अपनी राह चली गईं।

राजो और लाजो भी शर्मिन्दा थीं। उन दोनों ने भी मालती से अपने व्यवहार के लिए क्षमा माँगी। मालती उनमें आये परिवर्तन से खुश थी। राजो और लाजो ने आगे बढ़कर मालती को गले से लगाया तो उसकी आंखों से खुशी के आंसू बह निकले। (Fun Stories | Stories)

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