हिंदी प्रेरक कहानी: सफलता और भाग्य नेपोलियन के पास एक बार उसका परिचित एक व्यक्ति को लेकर आया जिसे वह सेना नायक के पद पर नियुक्त कराना चाहता था। यह एक बहुत कुशल और अनुभवी सेना नायक रह चुका है। By Lotpot 13 Jul 2024 in Stories Motivational Stories New Update सफलता और भाग्य Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी प्रेरक कहानी: सफलता और भाग्य:- नेपोलियन के पास एक बार उसका परिचित एक व्यक्ति को लेकर आया जिसे वह सेना नायक के पद पर नियुक्त कराना चाहता था। यह एक बहुत कुशल और अनुभवी सेना नायक रह चुका है उसके सिफार्शी परिचित व्यक्ति ने कहा- नेपोलियन ने प्रश्न किया, “क्या यह भाग्यशाली भी है?” योग्य और जीवन में सफल व्यक्ति भी भाग्य में विश्वास करते हैं। हमारे प्रयास में भाग्य की क्या भूमिका होनी चाहिए? इस प्रश्न का उत्तर आपको इस कहानी से मिल जायगा एक वास्तविक घटना है। मैं कोलकाता आया हुआ था और मेरी इच्छा... इस प्रश्न का उत्तर आपको इस कहानी से मिल जायगा एक वास्तविक घटना है। मैं कोलकाता आया हुआ था और मेरी इच्छा हुई कि मैं योगी रामकृष्ण परमहंस की स्मृति से जुड़ा हुआ दक्षिणेश्वर मन्दिर देखने जाऊं। मैं हुगली नदी के दूसरे किनारे पर था और मन्दिर तक पुहंचने के लिये नाव पर हुगली नदी पार करना आवश्यक था। नदी पूरे उफान पर थी और लहरों का उतार-चढ़ाव डरावना था। मैंने नाविक से पूछा “क्या नदी पार करना सुरक्षित है?” नाविक ने उत्तर दिया, प्रत्येक सुबह मैं यहां आता हूं और श्रद्धालुओं को नदी के उस पार ले जाता हूं। मुझे अच्छी तरह मालूम है कि हवा की दिशा और गति, नदी का बहाव, तूफान की सम्भावना इन सब पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं है। किन्तु मेरे हाथों में पतवार है और मन में विश्वास है कि मै नदी पार कर सकता हूं। मेरे भाग्य का निर्णय उन शक्तियों द्वारा होता है जिन पर मेरा कोई नियंत्रण नहीं है पर उनसे भयभीत होकर मैं अपना नित्य का कार्य बन्द नहीं कर सकता। नदी में मैं अकेला नाविक नहीं होता हूं कई मछुआरे भी नदी में अपने जाल डाल कर मछलियां पकड़ने निकलते हैं यदि वे हिम्मत न करें तो अनेकों लोगों को अपने भोजन में मछलियां नहीं मिल सकतीं। दुर्घटनाएं हो सकती हैं पर इनके डर से हम प्रयास करना तो बद नहीं कर सकते। मेरी सारी शंकाओं का निवारण हो गया। भाग्य का हमारे जीवन में निर्णय स्थान होता है पर इसपर हमारा नियंत्रण नहीं है और इस कारण प्रयास करते समय हमे भाग्य की चिंता नहीं करनी चाहिए। असफलता के अनेकों कारण हो सकते हैं। भाग्य उन में से केवल एक है। अधिकतर असफलताओं का कारण हमारा भाग्य नहीं होता। हमारे परिश्रम में कमी हमारी अधिकांश असफलताओं का मूल कारण होती है। यह भी पढ़ें:- हिंदी प्रेरक कहानी: बरसो रे मेघा Motivational Story: पढ़ाकू और लड़ाकू हिंदी जंगल कहानी: जंगल की आग Jungle Story: हंस और तोता #Hindi Bal Kahani #हिंदी बाल कहानी #Hindi Motivational Story #Short Hindi Stories #हिंदी प्रेरक कहानी #छोटी प्रेरक कहानी #Kids Hindi Motivational Story #hindi prerak kahani You May Also like Read the Next Article