/lotpot/media/media_files/2025/03/28/pdy0ntt3oVS2oenoQjy7.jpg)
Children's moral story: "Desire to be beautiful". Sundar banne ki chah
बच्चों की नैतिक कहानी: "सुंदर बनने की चाह" | Sundar Banne Ki Chah – Moral Story in Hindi for Kids
✨ क्या सच में सुंदरता सिर्फ दिखावे में होती है?
बच्चों, क्या आपने कभी सोचा है कि सुंदरता का असली मतलब क्या है? क्या गोरा रंग, चमकते बाल और महंगे कपड़े होना ही सुंदर होना कहलाता है?
आज की कहानी एक ऐसी छोटी सी लड़की मीरा की है, जो हर दिन खुद को दूसरों से कम समझती थी। उसे लगता था कि वह सुंदर नहीं है। लेकिन फिर एक दिन उसकी सोच बदल गई — और उसी दिन से उसकी दुनिया भी।
यह कहानी सिर्फ सुंदरता की नहीं, बल्कि स्वयं से प्यार करने और आत्म-सम्मान की है।
चलिए जानते हैं मीरा की कहानी, जो हर बच्चे को सिखाती है कि असल सुंदरता दिल में होती है, चेहरे में नहीं।
👧 मीरा – एक शांत, लेकिन सोच में डूबी लड़की
छोटे से शहर सोनापुर में रहती थी 10 साल की मीरा। वह बहुत समझदार, मेहनती और सहायक थी।
लेकिन स्कूल में अक्सर बच्चे उसे चिढ़ाते थे क्योंकि उसकी त्वचा थोड़ी साँवली थी, बाल सीधे नहीं थे और वह ज्यादा बोलती भी नहीं थी।
🧒 जब आईने से दोस्ती छूट गई
मीरा हर सुबह शीशे में देखती और सोचती:
"काश मैं भी टीना जैसी गोरी होती, या रूही जैसे लंबे बाल होते।"
धीरे-धीरे मीरा ने हँसना बंद कर दिया, वह दूसरों से बचने लगी। उसके माँ-पापा ने कई बार समझाया, लेकिन वह अपने मन की बात किसी को बता नहीं पाई।
(सुंदर बनने की चाह कहानी बच्चों के लिए)
🎭 स्कूल में आया ‘सौंदर्य सप्ताह’
एक दिन स्कूल में एक अनोखी घोषणा हुई:
"अगले हफ्ते 'सौंदर्य सप्ताह' मनाया जाएगा। सभी छात्र कुछ ऐसा प्रस्तुत करेंगे जो उन्हें सुंदर बनाता है।"
मीरा डर गई। उसने सोचा —
"मैं क्या दिखाऊँ? मैं तो सुंदर ही नहीं हूँ!"
टीना, रूही और बाकी लड़कियाँ कपड़े, मेकअप और डांस की तैयारी में लग गईं।
मीरा चुपचाप कोने में बैठकर सोचती रही...
(Bachchon ki kahani sundarta par)
📝 दादी की कहानी ने बदली सोच
उसी शाम, मीरा की दादी ने एक प्यारी सी कहानी सुनाई।
"एक बार एक फूल बहुत उदास था क्योंकि वह गुलाब नहीं था। लेकिन एक दिन, एक तितली ने कहा — 'तू सबसे अनोखा है, क्योंकि तेरा रंग और खुशबू मुझे सबसे अलग लगती है।'"
दादी ने कहा,
"मीरा, सुंदरता आँखों में नहीं, नजरिए में होती है। तू सबसे सुंदर है — अपनी सोच, अपने काम और अपने दिल से।"
मीरा पहली बार मुस्कुराई।
💡 सौंदर्य सप्ताह – असली सुंदरता की परिभाषा
अंत में वो दिन आ गया। सब छात्र तैयार थे — चमकते कपड़े, झिलमिलाती ड्रेसेस, चमकते गहने।
मीरा सिंपल सूट में मंच पर आई। हाथ में एक स्लेट थी, जिस पर लिखा था:
"सुंदरता वह नहीं जो दिखे,
सुंदरता वह है जो किसी को रोते वक्त हँसा दे।"
फिर मीरा ने उन सारे कामों के फोटो दिखाए जो उसने किए थे —
-
एक बूढ़ी अम्मा की सड़क पार करवाई,
-
घायल पिल्ले की देखभाल की,
-
एक सहेली को होमवर्क में मदद की।
(बच्चों के लिए प्रेरणादायक नैतिक कहानी)
👏 तालियों से गूंजा हॉल
मीरा की बातें सुनकर पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।
टीना और रूही खुद उसके पास आकर बोले,
"मीरा, तुम सबसे सुंदर हो। क्योंकि तुम्हारा दिल बहुत अच्छा है।"
स्कूल की प्रिंसिपल ने मंच पर आकर कहा:
"मीरा ने हमें सिखाया कि सच्ची सुंदरता दिखावे में नहीं, व्यवहार और सोच में होती है।"
🧠 बच्चों के लिए सीख – खुद से प्यार करना सबसे ज़रूरी
मीरा की कहानी हमें सिखाती है:
-
खुद को जैसा हैं, वैसे अपनाना ही असली सुंदरता है।
-
चेहरे से नहीं, कर्मों से सुंदर बनो।
-
कभी किसी की तुलना में खुद को छोटा मत समझो।
-
जो दिल से अच्छा है, वही सच में सुंदर है।
(moral story on self-respect and self-love for children)
🎯 निष्कर्ष: सुंदर बनने की चाह – लेकिन सही नजरिए के साथ
"सुंदर बनने की चाह" सिर्फ मीरा की नहीं, हम सबकी होती है।
लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि सच्ची सुंदरता किसी बोतल में नहीं मिलती —
वो तो हमारे दिल, हमारे कर्म और हमारी सोच में होती है।
👉 बच्चों, अगर कभी कोई तुम्हें कहे कि तुम 'सामान्य' दिखते हो,
तो बस मुस्कुरा कर कह देना —
"मैं जैसा हूँ, वैसा ही सबसे खास हूँ!"
और पढ़ें :
खेत में छिपा खजाना: मेहनत से मिलती है असली दौलत
मोटिवेशनल कहानी : चोटी की खोज - एक अनोखा रहस्य
बैल की कहानी: मेहनत, मूर्खता और समझदारी की सीख