Moral Story - मेहनत से मिली जीत

शहर के एक बड़े स्कूल में रोहन नाम का एक लड़का पढ़ता था। रोहन बहुत ही होशियार था, लेकिन उसकी एक आदत थी – वह मेहनत करने से हमेशा बचता था। पढ़ाई में अच्छे अंक लाने के लिए भी वह शॉर्टकट ढूंढता रहता था।

By Lotpot
New Update
Moral Story - Hard Wins
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

मेहनत से मिली जीत- शहर के एक बड़े स्कूल में रोहन नाम का एक लड़का पढ़ता था। रोहन बहुत ही होशियार था, लेकिन उसकी एक आदत थी – वह मेहनत करने से हमेशा बचता था। पढ़ाई में अच्छे अंक लाने के लिए भी वह शॉर्टकट ढूंढता रहता था। वह चाहता था कि बिना मेहनत किए उसे सफलता मिल जाए।

स्कूल में हर साल एक इंटर-स्कूल साइंस प्रतियोगिता होती थी, जिसमें शहर के कई स्कूल भाग लेते थे। इस बार भी प्रतियोगिता की घोषणा हुई। रोहन के दोस्त अर्जुन और सिया बहुत उत्साहित थे। वे दोनों हमेशा मेहनत करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में विश्वास रखते थे।

अर्जुन ने रोहन से कहा, "इस बार हमें अपनी पूरी मेहनत लगा देनी चाहिए ताकि हम ट्रॉफी जीत सकें।"

रोहन ने हंसते हुए कहा, "अरे अर्जुन, मेहनत करने की क्या ज़रूरत है? हम इंटरनेट से कुछ बढ़िया प्रोजेक्ट उठा लेंगे और जजों को दिखा देंगे। कौन जांचने आएगा कि हमने खुद बनाया है या नहीं?"

सिया ने गंभीर होकर कहा, "नहीं रोहन, असली जीत वही होती है जो अपनी मेहनत से मिले। अगर हम खुद से कुछ नया बनाएंगे, तो हमें सीखने को भी मिलेगा और जीतने की खुशी भी होगी।"

लेकिन रोहन ने उनकी बात नहीं मानी। उसने इंटरनेट से एक आकर्षक प्रोजेक्ट खोजा और उसे कॉपी करके स्कूल में जमा कर दिया। दूसरी ओर, अर्जुन और सिया ने खुद मेहनत करके एक नया रोबोट तैयार किया, जो प्रदूषण कम करने में मदद कर सकता था।

प्रतियोगिता का दिन आ गया। सभी स्कूलों के विद्यार्थी अपने-अपने प्रोजेक्ट लेकर आए। जब रोहन की बारी आई, तो जजों ने उसके प्रोजेक्ट को देखा और उससे कुछ सवाल पूछे। लेकिन क्योंकि वह खुद इसे समझ नहीं पाया था, वह सही जवाब नहीं दे सका। जजों को शक हुआ और उन्होंने जांच की, जिससे पता चला कि रोहन का प्रोजेक्ट इंटरनेट से कॉपी किया गया था। जजों ने उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया।

इसके विपरीत, जब अर्जुन और सिया की बारी आई, तो उन्होंने अपने प्रोजेक्ट को पूरे आत्मविश्वास के साथ समझाया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने दिन-रात मेहनत करके यह रोबोट बनाया, और यह पर्यावरण के लिए कितना उपयोगी साबित हो सकता है। जजों ने उनके प्रयास की सराहना की और अंत में उन्होंने पहला स्थान हासिल किया।

रोहन को बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई। उसे समझ आ गया कि शॉर्टकट अपनाने से कभी असली सफलता नहीं मिलती। वह अर्जुन और सिया के पास गया और बोला, "तुम लोग सही थे। असली जीत मेहनत से ही मिलती है। अब से मैं भी मेहनत करूंगा और खुद कुछ नया सीखने की कोशिश करूंगा।"

सिया ने मुस्कुराकर कहा, "गलती करना गलत नहीं होता, लेकिन उससे सीखना सबसे ज़रूरी होता है।"

इसके बाद रोहन ने अपने व्यवहार में बदलाव किया और अगली प्रतियोगिता के लिए खुद मेहनत करना शुरू कर दिया।

सीख: मेहनत ही असली सफलता की कुंजी होती है। शॉर्टकट अपनाने से हमें स्थायी सफलता नहीं मिलती, बल्कि हमें खुद मेहनत करके अपनी काबिलियत साबित करनी चाहिए।

यहाँ पढ़ें और मोरल स्टोरीज : -

सच्चाई की ताकत: ईमानदारी का अनमोल सबक

Moral Stories : दयालुता का फल

बाल कहानी : रवि और उसकी मेहनत

गणेश जी को प्रथम पूजनीय बनाने की कथा

#Hindi Moral Stories #Hindi Moral Story #hindi moral stories for kids #bachon ki moral story #hindi moral kahani #bachon ki hindi moral story #bachon ki moral kahani