जंगल की कहानी - चालाक कौआ
एक जंगल में एक कौआ रहता था। उसकी चालाकी के कारण जंगल के सभी पशु-पक्षी उससे चिढ़े रहते थे। कौआ इस बात को समझता था। एक दिन ज़ोरों से आंधी आई। जंगल के सभी जानवर अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों की ओट में छिपने लगे।
एक जंगल में एक कौआ रहता था। उसकी चालाकी के कारण जंगल के सभी पशु-पक्षी उससे चिढ़े रहते थे। कौआ इस बात को समझता था। एक दिन ज़ोरों से आंधी आई। जंगल के सभी जानवर अपनी जान बचाने के लिए पेड़ों की ओट में छिपने लगे।
गोलू खरगोश का स्मार्टफोन – जब जंगल में आया स्मार्टफोन! एक घना हरा-भरा जंगल था, जहाँ सभी जानवर मिल-जुलकर रहते थे। लेकिन उनमें से एक था गोलू खरगोश, जो अपनी तेज़ दौड़ और चतुराई के लिए जाना जाता था।
एक घना जंगल था, जहाँ कई तरह के जानवर रहते थे। उन सभी में सबसे ज्यादा ताकतवर था शेर "राजा", और सबसे छोटा और चतुर था खरगोश "चिंटू"। जंगल के सभी जानवर शेर से डरते थे
एक समय की बात है, भारत में एक गांव जिसका नाम "उदास" था, वह डल नदी के पास स्थित था। इस गांव में कोई भी हंसता नहीं था। यहां तक कि बच्चे भी कभी मुस्कुराते नहीं थे। वे केवल स्कूल जाते
पहाड़ की ढलान पर एक आदमी मिट्टी खोदने का काम करता था। वहीं, पास में एक खतरनाक चुड़ैल रहती थी, जो उस आदमी को खाने की फिराक में थी। जैसे ही उसकी नजर आदमी पर पड़ी, वह ललचाई हुई आँखों से उसे देखने लगी।
चार गुड़ियों की सीख: एक दिन, एक ज्ञानी संत ने राजकुमार को चार छोटी गुड़ियों का सेट तोहफे के रूप में दिया। राजकुमार यह देखकर हैरान हो गया और बोला, "क्या मैं लड़की हूँ, जो आप मुझे गुड़ियाँ दे रहे हैं?"
एक समय की बात है, एक जंगल में एक शेर राजा का दरबार लगता था। शेर बहुत न्यायप्रिय था और जंगल के सभी जानवर उसके दरबार में अपनी समस्याएँ लेकर आते थे। एक दिन राजा शेर ने अपने दरबार में बड़ा उत्सव रखा।
राहुल 12 साल का एक होशियार लड़का था, जो एक बड़े शहर में रहता था। वह मोबाइल, वीडियो गेम और इंटरनेट की दुनिया में खोया रहता था। उसके पापा, अमित शर्मा, एक सफल बिज़नेसमैन थे।
आलस से दूर : परमहंस योगानंद जी के एक शिष्य थे, जो बेहद आलसी था। वे हर काम को टालते रहता और सोचता कि "कल कर लूंगा"। एक दिन, योगानंद जी ने उन्हें समझाया, "वत्स, आलस मनुष्य के लिए मृत्यु के समान है। इससे बचो, नहीं तो यह तुम्हारी आदत बन जाएगी!"