बच्चों की कहानी : चुड़ैल से मुकाबला – हिम्मत और अक्ल की जीत-

पहाड़ की ढलान पर एक आदमी मिट्टी खोदने का काम करता था। वहीं, पास में एक खतरनाक चुड़ैल रहती थी, जो उस आदमी को खाने की फिराक में थी। जैसे ही उसकी नजर आदमी पर पड़ी, वह ललचाई हुई आँखों से उसे देखने लगी।

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Children's story compete with witch- courage and wisdom victory

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चुड़ैल से मुकाबला – हिम्मत और अक्ल की जीत- पहाड़ की ढलान पर एक आदमी मिट्टी खोदने का काम करता था। वहीं, पास में एक खतरनाक चुड़ैल रहती थी, जो उस आदमी को खाने की फिराक में थी। जैसे ही उसकी नजर आदमी पर पड़ी, वह ललचाई हुई आँखों से उसे देखने लगी।

आदमी डर के मारे कांप उठा और घबराकर बोला, "मुझे आज मत खाओ! मेरे घर पर एक मोटा-ताज़ा मुर्गा है, मैं आज उसे खाऊँगा और मोटा हो जाऊँगा। फिर तुम मुझे आराम से खा लेना!"

चुड़ैल ने सोचा कि यह अच्छा मौका है और वह आदमी को जाने देने के लिए राजी हो गई। लेकिन जाते-जाते उसने कहा, "ठीक है, पर जल्दी लौट आना!"

गांव वालों से मदद

आदमी भागते हुए गांव पहुँचा और वहाँ के बुजुर्गों को अपनी पूरी परेशानी बताई। गांव के बड़े-बूढ़ों ने काफी सोच-विचार किया और बोले, "डरने की जरूरत नहीं, हमें इसे चतुराई से हराना होगा।" (बच्चों की कहानी)

उन्होंने एक योजना बनाई और तय किया कि अगले दिन वे सभी उसके साथ जाएंगे और मिलकर चुड़ैल का सामना करेंगे।

चुड़ैल की चालाकी

अगले दिन, आदमी रोज़ की तरह मिट्टी खोदने पहाड़ की ढलान पर पहुँचा। चुड़ैल वहीं छिपकर उसका इंतजार कर रही थी। जैसे ही उसने आदमी को देखा, वह एक पेड़ के तने का रूप लेकर बैठ गई ताकि कोई उसे पहचान न सके।

तभी गांव के लोग वहाँ पहुँचे और पेड़नुमा आकृति की ओर इशारा करते हुए आदमी से बोले, "यह तुम्हारे सामने क्या है?"

आदमी घबरा गया। चुड़ैल ने धीरे से फुसफुसाकर कहा, "उनसे कहो कि यह एक पेड़ का तना है।"

आदमी ने वही बात दोहराई, "यह एक पेड़ का तना है।" (बच्चों की स्टोरी)

लेकिन गांव वालों को शक हुआ। उन्होंने कहा, "अगर यह सच में पेड़ का तना है, तो इसे अपनी कुल्हाड़ी से काटकर दिखाओ!"

आदमी की चालाकी और चुड़ैल का अंत

चुड़ैल डर गई और धीरे से बोली, "धीरे कुल्हाड़ी चलाना, कहीं मेरा मर्मस्थल (कमज़ोर जगह) न कट जाए!"

आदमी को तुरंत उसकी कमज़ोरी समझ में आ गई। उसने पूछा, "तुम्हारा मर्मस्थल कौन सा है?"

चुड़ैल ने मजबूरी में एक काले निशान की ओर इशारा करते हुए कहा, "यही मेरी सबसे कमजोर जगह है। इसे मत काटना, नहीं तो मैं मर जाऊंगी!"

आदमी ने मौके का फायदा उठाया और पूरी ताकत से कुल्हाड़ी उसी निशान पर दे मारी। चुड़ैल तड़प उठी और वहीं मर गई!

गांव में खुशी की लहर

गांव वाले खुश होकर नाचने लगे और बोले, "डरने से कुछ नहीं होता, अक्ल और हिम्मत से ही हर समस्या का हल निकलता है!" (बच्चों की कहानी)

इस कहानी से क्या सीखें?

  1. डरने से समस्या हल नहीं होती, बल्कि सूझबूझ से काम लेना ज़रूरी होता है।
  2. हर मुश्किल का हल होता है, बस हमें सही दिमाग लगाना चाहिए।
  3. धैर्य और समझदारी से ही बड़ी से बड़ी मुसीबत से बचा जा सकता है।
  4. किसी भी स्थिति में घबराने की बजाय ठंडे दिमाग से सोचें, तभी जीत मिलेगी।

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