Fun Stories Fun Stories- मूर्खों की सरकार हैदर अली के राज्य में उस्मान नामक एक गरीब लेकिन धर्मपरायण फकीर रहते थे। वे बहुत धार्मिक व्यक्ति थे और इस्लाम के सभी नियमों का पालन करते थे। उनकी सादगी और ईमानदारी के कारण लोग उनका बहुत आदर करते थे। By Lotpot 06 Nov 2024
Fun Stories नटखट सूरज और खोया खजाना एक बार की बात है, शहर के एक छोटे से मोहल्ले में सूरज नाम का एक नटखट लड़का रहता था। उसकी शरारतों से पूरा मोहल्ला परेशान रहता था, लेकिन सब उसे बहुत प्यार भी करते थे। By Lotpot 31 Oct 2024
Fun Stories पुस्तकों से प्यार की एक मजेदार कहानी एक बार रमेश समाचार पत्र में पढ़ता है कि उसकी पसंदीदा पुस्तकों की प्रदर्शनी लगी है। उसका मन हुआ कि वह भी प्रदर्शनी देखने जाए और वहाँ से अपनी रुचि की अच्छी पुस्तकें खरीद कर लाए। लेकिन उसने सोचा By Lotpot 19 Oct 2024
Fun Stories Fun Story: बादशाह ने ली परीक्षा एक समय की बात है। एक बादशाह को अपने दरबार में एक कुशल कर्मचारी की आवश्यकता थी। इसके लिए उसने पूरे शहर में घोषणा करवाई कि जो भी व्यक्ति इस काम के लिए योग्य होगा By Lotpot 17 Oct 2024
Fun Stories Fun Story : चॉकलेट की शरारत एक दिन, चिंटू और मोटू अपने घर के बगीचे में खेल रहे थे। तभी गप्पू दौड़ता हुआ आया और बोला, "चिंटू और मोटू! क्या तुमने सुना? चॉकलेट के पेड़ के बारे में!" By Lotpot 01 Oct 2024
Fun Stories FUN STORY : गेंद और बल्ला की मजेदार दुनिया की कहानी एक जादुई क्रिकेट मैदान, जहाँ गेंद और बल्ला अपने दोस्तों के साथ रहते हैं। एक दिन की बात है, गेंद और बल्ला अपने जादुई क्रिकेट मैदान पर खेलने के लिए तैयार थे। सूरज की किरणें मैदान को चमकाने लगीं। By Lotpot 20 Sep 2024
Fun Stories Fun Story : टिंकू की चालाकी मुंबई की हलचल भरी सड़कों के बीच एक शरारती लड़का रहता था, जिसका नाम टिंकू था। टिंकू अपनी चालाकियों के लिए मशहूर था और हमेशा अपनी शरारतों से सबको परेशान करता था। By Lotpot 16 Sep 2024
Fun Stories गोलू का अनोखा प्लान: एक दिन की हंसी की कहानी गोलू, एक नटखट और शरारती लड़का था, जो अपने दोस्तों के साथ हर दिन कुछ न कुछ मजेदार करने की सोचता रहता था। उसकी चंचलता और मजाकिया हरकतें पूरे मोहल्ले में मशहूर थीं। By Lotpot 12 Sep 2024
Fun Stories मजेदार कहानी : चतुर पुरोहित हरिद्वारी लाल Fun Stories | Moral Stories हरिद्वारी लाल गाँव के प्रमुख पुरोहित थे, जो स्थानीय मंदिर की देखभाल भी करते थे। मंदिर ही उनका निवास स्थान था, और वहाँ चढ़ावे की आमदनी से उनका जीवन सुचारू रूप से चल रहा था। By Lotpot 28 Aug 2024