मिठाई का जादुई डिब्बा: जब लड्डू खुद-ब-खुद उड़ने लगे
गोलू बहुत लालची था, खासकर मिठाइयों के मामले में। उसकी सबसे बड़ी कमजोरी थी लड्डू! उसकी माँ उसे बार-बार समझाती, "गोलू, हर चीज में लालच मत किया करो, वरना मुश्किल में फंस जाओगे!"
गोलू बहुत लालची था, खासकर मिठाइयों के मामले में। उसकी सबसे बड़ी कमजोरी थी लड्डू! उसकी माँ उसे बार-बार समझाती, "गोलू, हर चीज में लालच मत किया करो, वरना मुश्किल में फंस जाओगे!"
गाँव में राजू, पिंकी, सोनू और मोनू नाम के चार शरारती दोस्त रहते थे। वे पूरे गाँव में अपनी मस्ती और मजेदार कारनामों के लिए मशहूर थे। लेकिन उनके गाँव की सबसे बड़ी मुसीबत थी—भोलू काका का आँगन!
सेठानी जी को अपनी रसोई से बहुत प्रेम था। वहाँ काम में आने वाली सभी वस्तुओं को जमा करना उनकी आदत बन गई थी। जहाँ कहीं भी रसोईघर में काम आने वाली कोई भी वस्तु मिल जाती, वे उसे ले आतीं।
उस रोज टिमटु जासूस रात को बहुत देर से सोया था, इसलिए सुबह के आठ बजने पर भी उसकी नींद नहीं खुल रही थी। सूरज सिर पर चढ़ आया था, लेकिन टिमटु खर्राटे ले रहा था। उधर उसका साथी मिमटु जासूस आकर बाहर लगी घंटी पर अपना गुस्सा उतार रहा था।
एक छोटे से गाँव में बबलू नाम का एक लड़का रहता था। बबलू न केवल बहादुर था, बल्कि बहुत जिज्ञासु भी। उसे नई-नई जगहों पर जाना और चीजों को समझना बेहद पसंद था।
गांव के किनारे एक बड़ा सा घर था, जिसमें रामू नाम का एक आदमी रहता था। रामू मेहनती था, लेकिन उसकी भूख इतनी बड़ी थी कि गांव भर में उसकी भूख के चर्चे होते थे। रामू जब भी खाना खाने बैठता, लोग कहते,
बहुत समय पहले की बात है, एक व्यापारी राम अपने सामान को बाजार ले जाने के लिए अपने गधे का उपयोग करता था। गधा आलसी था और काम करने से हमेशा बचने की कोशिश करता।