बच्चों के लिए शिक्षाप्रद कहानी - पिता की सीख
राहुल 12 साल का एक होशियार लड़का था, जो एक बड़े शहर में रहता था। वह मोबाइल, वीडियो गेम और इंटरनेट की दुनिया में खोया रहता था। उसके पापा, अमित शर्मा, एक सफल बिज़नेसमैन थे।
राहुल 12 साल का एक होशियार लड़का था, जो एक बड़े शहर में रहता था। वह मोबाइल, वीडियो गेम और इंटरनेट की दुनिया में खोया रहता था। उसके पापा, अमित शर्मा, एक सफल बिज़नेसमैन थे।
आलस से दूर : परमहंस योगानंद जी के एक शिष्य थे, जो बेहद आलसी था। वे हर काम को टालते रहता और सोचता कि "कल कर लूंगा"। एक दिन, योगानंद जी ने उन्हें समझाया, "वत्स, आलस मनुष्य के लिए मृत्यु के समान है। इससे बचो, नहीं तो यह तुम्हारी आदत बन जाएगी!"
Web Stories | Moral Stories एक अमीर लेकिन कंजूस सेठ की दिलचस्प कहानी: एक समय की बात है, एक शहर में एक बहुत अमीर सेठ रहता था। उसने अपने व्यापार से खूब धन कमाया,
यमराज का न्याय: एक गाँव में दो गरीब किसान रहते थे। उनके पास ज्यादा जमीन नहीं थी, और जो थोड़ी-बहुत थी, उसमें भी फसल सीमित ही होती थी। उनके पूरे परिवार की आजीविका खेती पर निर्भर थी।
एक अमीर लेकिन कंजूस सेठ की दिलचस्प कहानी: एक समय की बात है, एक शहर में एक बहुत अमीर सेठ रहता था। उसने अपने व्यापार से खूब धन कमाया, लेकिन जितना अधिक धनी था, उससे कहीं ज्यादा कंजूस था।
एक घना जंगल था, जहाँ हरियाली, झरने और रंग-बिरंगे पक्षी जंगल की खूबसूरती को बढ़ाते थे। इसी जंगल में मोरनी (पिहू) और तोता (मिट्ठू) रहते थे। दोनों में गहरी दोस्ती थी। दिनभर साथ खेलते, बातें करते और बारिश के दिनों में झरने के किनारे नाचते-गाते।
रोहन एक तेज़-तर्रार और होशियार लड़का था, जो अपनी पढ़ाई और टेक्नोलॉजी में बहुत तेज़ था। वह शहर के एक बड़े स्कूल में पढ़ता था और हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता था। लेकिन एक दिन उसके स्मार्टफोन ने उसकी ऐसी मदद की, जो उसने कभी सोची भी नहीं थी!