इसरो और ESA की साझेदारी: PROBA-3 मिशन कल करेगा अंतरिक्ष की नई खोज यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) का महत्वाकांक्षी PROBA-3 मिशन कल, 4 दिसंबर को शाम 4:06 बजे, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। By Lotpot 03 Dec 2024 in Positive News New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 PROBA-3 मिशन: ESA और इसरो की साझेदारी से एक नया आयाम यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) का महत्वाकांक्षी PROBA-3 मिशन कल, 4 दिसंबर को शाम 4:06 बजे, आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इस ऐतिहासिक मिशन की घोषणा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के जरिए की। ⏳ Less than 36 hours to go!🚀 Join us LIVE for the PSLV-C59/PROBA-3 Mission! Led by NSIL and executed by ISRO, this mission will launch ESA’s PROBA-3 satellites into a unique orbit, reflecting India’s growing contributions to global space exploration.📅 Liftoff: 4th Dec… pic.twitter.com/yBtA3PgKAn — ISRO (@isro) December 3, 2024 इसरो ने अपने पोस्ट में लिखा, “PSLV-C59/PROBA-3 मिशन के लिए हमसे जुड़ें। यह मिशन NSIL के नेतृत्व में और ISRO द्वारा निष्पादित किया जा रहा है, जो वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत के बढ़ते योगदान को रेखांकित करता है।” मिशन की खासियतें: PSLV-C59 लॉन्च व्हीकल इस मिशन में लगभग 550 किलोग्राम वजन के उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाएगा। यह प्रक्षेपण अत्यधिक दीर्घवृत्ताकार कक्षा में होगा। इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य सूर्य के परिमंडल (Corona) की सबसे बाहरी और गर्म परतों का अध्ययन करना है। PROBA-3 मिशन का उद्देश्य: PROBA-3, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा शुरू किया गया एक "इन-ऑर्बिट डेमोस्ट्रेशन" मिशन है। इसका उद्देश्य सूर्य की बाहरी परतों का गहन अध्ययन करना और सौर परिमंडल की संरचना को समझना है। यह मिशन वैज्ञानिक अनुसंधान को नई दिशा देने के साथ-साथ अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में ESA और इसरो की क्षमता को भी प्रदर्शित करेगा। भारत का योगदान: इस मिशन में भारत की भूमिका उल्लेखनीय है। NSIL और इसरो के सहयोग से इस मिशन को सफलता की ओर ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। PROBA-3 मिशन यह दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान में भारत कितनी तेज़ी से अपनी जगह बना रहा है। PROBA-3 मिशन न केवल भारत और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की साझेदारी का प्रतीक है, बल्कि यह अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है। यह मिशन सूर्य के रहस्यमयी पहलुओं को उजागर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इससे भारत की अंतरिक्ष तकनीकी में बढ़ती ताकत भी साबित होती है। और पढ़ें :- लोटपोट कॉमिक्स के साथ सितारों के बचपन के दिनों की यादें ताज़ा करें भारत सरकार ने शुरू किया हरित हाइड्रोजन मिशन, 100 करोड़ का निवेश Positive News : डांस या आत्मरक्षा एआई उपकरण ने खोजी 300 नई नाज़का लाइन्स #Science News #Bal Samachar #Science news for kids You May Also like Read the Next Article