Bal Kavita: भालू हुआ वकील By Lotpot 02 Jan 2024 in Poem New Update भालू हुआ वकील भालू हुआ वकील कानून की किताब पढ़कर,भालू हुआ वकील। फरटि से लम्बी-चौड़ी,देने लगा दलील। जैसे टहल रहा जंगल,वैसे चला कचहरी। रास्ते में ही लगी टोकने,उसको ढीट गिलहरी। बोली दादा पहले काला,कोट सिलाकर आना। तभी कचहरी जाकर तुम,अपना कानून दिखाना। भालू हँसा ठठाकर बोला,तुझको क्या समझाऊं। जनम लिया ही कोट पहनकर,अब क्या कोट सिलाऊं। लोटपोट | बाल कविता | hindi kavita | लोटपोट इ-कॉमिक्स | lotpot E-Comics | हिंदी बाल कविता | Hindi Bal Kavita | हिंदी कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: जब चूहा बना हज्जाम Bal Kavita: बहाना Bal Kavita: सर्कस Bal Kavita: बंदर का मोबाइल #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी कविता #hindi kavita #bal kavita #Hindi Bal Kavita #लोटपोट #बाल कविता #हिंदी बाल कविता #Lotpot You May Also like Read the Next Article