छुटकु राम
बड़े मजे के छुटकु राम,
हो पाता कब इनसे काम।
इन्हें चाहिए बस आराम,
ऐसे हैं बस छुटकु राम।
खूब, खूब ये खाना खाते,
लेकिन हज्म नहीं कर पाते।
होती अगर तबीयत खराब,
डाक्टर को फौरन बुलवाते।
खुद पर इनको है अभिमान,
खूब जताते अपनी शान।
बेठै रहें सुबह से शाम,
ऐसे हैं ये छुटकु राम।
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