Bal Kavita: बेटियाँ By Lotpot 13 Jan 2024 in Poem New Update बेटियाँ बेटियाँ ओस की बूंद सी होती हैं बेटियाँ,पापा की प्यारी व दादा की दुलारी होती हैं बेटियाँ। माँ-बाप के दर्द में हमदर्द होती हैं बेटियाँ,रोशन करेगा बेटा तो बस एक ही कुल को। दो-दो कुलों की लाज होती हैं बेटियाँ,हीरा अगर बेटा तो सच्चा मोती हैं बेटियाँ। कांटों की राह पर चलती हैं बेटियाँ,औरों की राह में फूल बनती हैं बेटियाँ। कहने को पराई अमानत हैं बेटियाँ,पर बेटों से भी बढ़कर अपनी होती हैं बेटियाँ। बेटा है आंख तो पलक है बेटियाँ,बेटी धन पराया है यह हम सुनते आए। दर्द विदाई का क्या, आज समझ में आया,गम और खुशी कैसा अद्भुत अवसर है भाई। मेरी परछाई मुझसे ले रही विदाई।। lotpot-e-comics | hindi-bal-kavita | manoranjak-bal-kavita | hindi-rhymes | kids-hindi-poems | kids-hindi-rhymes | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-kvitaa | baal-kvitaa | bccon-kii-kvitaa | हिंदी कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: गुड़िया Bal Kavita: चूहे जी गए मेला Bal Kavita: जब चूहा बना हज्जाम Bal Kavita: बच्चों को प्यारा तोता #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #हिंदी कविता #kids hindi rhymes #kids hindi poems You May Also like Read the Next Article