Bal Kavita: चूहे जी गए मेला By Lotpot 09 Jan 2024 in Poem New Update चूहे जी गए मेला चूहे जी गए मेला एक दिन सज-धजकर के,चूहे जी गए देखने मेला। आगे-पीछे चल रहे थे,चूहे जी के चेला। मेले में मिठाई देख,मन चूहे का ललचाया। बिल्ली मौसी की दुकान से,झट एक लड्डू सरकाया। इतने में ही पड़ी दिखाई,दौड़ लगाती बिल्ली। चेले-वेले भाग गए सब,उड़ा-उड़ाकर खिल्ली। चूहे जी ने दौड़ लगाई,वहां खुद को देख अकेला। फिर न गए भूल से भी,वह कभी देखने मेला। lotpot-e-comics | hindi-bal-kavita | hindi-kids-poem | kids-hindi-rhymes | entertaining-kids-poem | kids poem | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | hindii-baal-kvitaa | बाल कविता | हिंदी कविता यह भी पढ़ें:- Bal kavita: पुस्तक Bal Kavita: सीखो क्रिकेट Bal Kavita: गणेशा मेरा बेस्ट फ्रेंड Bal Kavita: जनवरी आ गई #लोटपोट #Lotpot # kids poem #बाल कविता #bal kavita #entertaining kids poem #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi kids Poem #हिंदी कविता #kids hindi rhymes You May Also like Read the Next Article