Bal Kavita: मौनी बाबा By Lotpot 25 Dec 2023 in Poem New Update मौनी बाबा मौनी बाबा शेरों की पंचायत थी,पर बंदर जी ललचाए। शेर की खाल ओढ़कर,चुपचाप पंचायत में आए। एक शेर ने बंदर जी को,तुरत-फुरत में ताड़ा। वह बोला तु शेर कौन सा,जो अब तक नहीं दहाड़ा। बंदर जी ने चालाकी से,अपनी जान बचाई। मै हूँ मौनी बाबा भाई,लिखी तख्ती आगे बढ़ाई। लोटपोट | बाल कविता | hindi kavita | लोटपोट इ-कॉमिक्स | lotpot E-Comics | हिंदी बाल कविता | Hindi Bal Kavita | हिंदी कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: जब चूहा बना हज्जाम Bal Kavita: चूहों की शैतानी Bal Kavita: रनों की बौछारें Bal Kavita: चुहिया रानी #लोटपोट #Lotpot #बाल कविता #bal kavita #hindi kavita #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #हिंदी कविता You May Also like Read the Next Article