Bal Kavita: मच्छर जी ओ मच्छर जी By Lotpot 20 Mar 2024 in Poem New Update मच्छर जी ओ मच्छर जी Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 मच्छर जी ओ मच्छर जी मच्छर जी ओ मच्छर जी,छोटे-हल्के मच्छर जी। बड़े-बड़ों की नींद उड़ाते,क्या है इनका चक्कर जी। मच्छर जी ओ मच्छर जी,जब भी मैं पढ़ने को बैठूं। या थक कर बिस्तर पर लेटूं,भुन-भुन करते आ जाते हो। नगमे गाते सत्तर जी,मच्छर जी ओ मच्छर जी। चुपके से तुम कान में आते,भुन-भुन का शोर मचाते। कभी नाक में घुस जाते हो,बहुत लगाते चक्कर जी। मच्छर जी ओ मच्छर जी,कभी हाथ से तुम्हें भगाता। फूंक मारकर कभी उड़ाता,फिर-फिर वापस आ जाते हो। क्यों हो इतने खच्चर जी,मच्छर जी ओ मच्छर जी। जिसको-जिसको तुमने काटा,मलेरिया है जिसको बांटा। खटिया पकड़े पड़ा है देखो,बिगड़े उसके नछत्तर जी। मच्छर जी ओ मच्छर जी।। lotpot | lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | bal kavita | kids hindi poems | kids poems | hindi poems for kids | Hindi Poems | kids hindi rhymes | hindi rhymes | Hindi Rhymes for kids | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | बाल कवितायें | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | हिंदी कवितायें | बच्चों की कविता | बच्चों की मनोरंजक कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: छुटकु राम Bal Kavita: बंदर जी Bal Kavita: योगा करो Bal Kavita: शादी की दावत #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की कविता #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids hindi rhymes #kids hindi poems #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #Hindi Poems #हिंदी कवितायें #बाल कवितायें #kids poems #hindi poems for kids You May Also like Read the Next Article