Bal Kavita: नदी-नाले हर्षाये हैं By Lotpot 29 Feb 2024 in Poem New Update नदी-नाले हर्षाये हैं नदी-नाले हर्षाये हैं आसमान में काले-काले,जल के बादल छाये हैं। बस्ता लेकर चलो साथियों,पढ़ने के दिन आये हैं। रिमझिम-रिमझिम पानी गिरता,सबकी प्यास बुझाता है। मेहनत के बल पर किसान,खेतों में धान उगाता है। यहां-वहां-हर जहां फुदककर,मेंढक अब टर्राये हैं। लिये प्रेरणा आओ भैया,हम भी अपना धर्म निभायें। बेमतलब की बात छोड़कर,बस्ता ले विद्यालय जायें। धरती का श्रृंगार देख कर,नदी-नाले हर्षाये हैं। lotpot E-Comics | Bal Kavitayen | hindi bal kavitayen | Hindi Bal Kavita | manoranjak bal kavita | hindi kavitayen | kids hindi poems | Hindi Poems | kids hindi rhymes | Hindi Rhymes for kids | hindi rhymes | लोटपोट | लोटपोट ई-कॉमिक्स | हिंदी बाल कविता | बाल कविता | बाल कवितायें | हिंदी बाल कवितायें | हिंदी कवितायें | बच्चों की मनोरंजक कविता यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: वस्त्रों की कतरन Bal Kavita: सागर महिमा Bal kavita: पुस्तक Bal Kavita: बच्चों को प्यारा तोता #लोटपोट #Lotpot #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #manoranjak bal kavita #lotpot E-Comics #हिंदी बाल कविता #Hindi Bal Kavita #hindi rhymes #Hindi Rhymes for kids #kids hindi rhymes #kids hindi poems #Bal Kavitayen #लोटपोट ई-कॉमिक्स #hindi bal kavitayen #hindi kavitayen #Hindi Poems #हिंदी कवितायें #बाल कवितायें #हिंदी बाल कवितायें You May Also like Read the Next Article