/lotpot/media/media_files/nek-kamo-ki-umang-bal-kavita.jpg)
बाल कविता : नेक कामों की उमंग- यह कविता बच्चों को छोटे-छोटे नेक काम करने की प्रेरणा देती है, जैसे कि पेड़ों को पानी देना, पक्षियों को दाना डालना, और बड़ों का सम्मान करना। इसमें बताया गया है कि कैसे ये छोटे काम उन्हें सच्चे इंसान बनाने में मदद कर सकते हैं और उनके चरित्र को निखार सकते हैं।
सुबह-सुबह उठ कर तुम, नित्य नेक काम करो,
छोटे से बाग में जाकर, पौधों को जीवन दो।
पानी की बूंदें बरसाओ, खिल उठेंगे फूल वहाँ,
मन में भाव जगाओ, नेकी बनेगी पहचान।
प्रकृति की सेवा करो, और पक्षियों को दाना डालो,
उनकी चहचहाहट से, अपना दिल भी महकाओ।
बड़ों की बात मानो, उन्हें प्रणाम करो,
सीखो उनसे ज्ञान, जो तुम्हें राह दिखाए।
छोटी-छोटी खुशियाँ बाँटो, हर दिन खुश रहो,
नेकी के दीप जलाओ, दुनिया को रोशन करो।
यह कविता न केवल छोटे-छोटे नेक कामों के महत्व को बताती है, बल्कि यह भी सिखाती है कि कैसे ये कार्य हमें और हमारे समाज को सुंदर बना सकते हैं। यह बच्चों को प्रकृति और अपने आसपास के लोगों के प्रति सम्मान और प्यार विकसित करने की प्रेरणा देती है।