बाल कविता : जंगल की शांति जंगल की शांति - यह कविता एक मजेदार तरीके से बच्चों को यह सिखाती है कि जंगल के जानवर कैसे आपस में मिलकर रहते हैं। चूहे राजा की सवारी से शुरू होती यह कहानी बताती है By Lotpot 12 Sep 2024 in Poem New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 बाल कविता : जंगल की शांति - यह कविता एक मजेदार तरीके से बच्चों को यह सिखाती है कि जंगल के जानवर कैसे आपस में मिलकर रहते हैं। चूहे राजा की सवारी से शुरू होती यह कहानी बताती है कि किस प्रकार बंदर मामा, हाथी दादा, बिल्ली मासी, और अन्य जानवर मिलकर खुश रहते हैं और शेर के द्वारा यह सीखते हैं कि शांति और सहयोग से रहना ही सबसे बड़ा गुण है। यह कविता बच्चों को सह-अस्तित्व और सहयोग का महत्व सिखाती है। कविता: चूहे राजा की सवारी,घोड़ी पर चढ़ आए भारी।बंदर मामा ताल बजाते,सभी जानवर गीत सुनाते। हाथी दादा धूम मचाए,बिल्ली मासी नाच दिखाए।कुत्ता देखकर डर से कांपे,भालू मियां झूमें थिरकाए। शेर ने सबको यह समझाया,जंगल अपना है घर-परिवार।मिलकर हम सब रहें प्यारे,शांति से जीवन जाए गुजारे। मिलजुलकर हो सबका जीवन,लड़ाई-झगड़ा छोड़ो भ्रम।हर कोई इस धरती का साथी,साथी बनो, न हो कोई हानि। सीख:कविता के माध्यम से यह संदेश दिया गया है कि हमें एक-दूसरे के साथ मिलजुल कर रहना चाहिए, न कि लड़ाई-झगड़े में उलझना। जीवन में शांति और प्रेम से ही सुखमय जीवन बिताया जा सकता है। ये बाल कविता भी आपको पसंद आयेंगी :- Hindi Poem : सर्दी की आहटHindi Poem : परीक्षा का पेपरबाल कविता : बिल्ली मौसी बड़ी सयानीमेरी गुड़िया सबसे प्यारी: एक अनमोल साथी You May Also like Read the Next Article