जंगल कविता - हाथी का कमाल इस कविता "हाथी का कमाल" में जंगल के वातावरण में रहने वाले एक महान हाथी की विशेषताओं और उसकी बच्चों के साथ के मधुर संबंध को दर्शाया गया है। कविता में हाथी की शक्ति, दयालुता, और उसकी सूंड की लचकता को बच्चों की मासूमियत के साथ मिलाकर प्रस्तुत किया गया है। By Lotpot 24 Sep 2024 in Poem New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 इस कविता "हाथी का कमाल" में जंगल के वातावरण में रहने वाले एक महान हाथी की विशेषताओं और उसकी बच्चों के साथ के मधुर संबंध को दर्शाया गया है। कविता में हाथी की शक्ति, दयालुता, और उसकी सूंड की लचकता को बच्चों की मासूमियत के साथ मिलाकर प्रस्तुत किया गया है। यह कविता बच्चों को प्रकृति के प्रति प्रेम और संरक्षण की भावना जगाने के साथ-साथ हाथियों के महत्व को भी समझाती है। सरल और लयात्मक भाषा का प्रयोग इसे बच्चों के लिए आकर्षक बनाता है। हाथी का कमाल, जंगल का राजा,बड़ी सी सूंड, करता सबका साजा।हरे-भरे पेड़ों के बीच चलता,बच्चों के संग हर पल मचलता। बड़े-बड़े कानों से सुनता सब,खुशियों के गीत गाता हर कब।पंखुड़ियों से सजता उसका सिर,देख बच्चों को करता प्यारा इशारा। जंगल की राहों में साथ चलता,खेल-कूद में सबको खुश रखता।फलों का स्वाद उसका प्रिय,हर बच्चे का बनता सहारा यहाँ। जब हो कोई उदास या थका,हाथी आता, लाता सुकून भरा।अपनी छाया में रखता सभी,बच्चों के दिलों में भरता प्यार गहरा। हाथी का कमाल, है अनोखा प्यारा,जंगल में लाता उजियारा।स्नेह और प्रेम से भरा उसका हाल,बच्चों के जीवन में करता खुशियों का हाल। ये बाल कविता भी पढ़ें आपको पसंद आएगी बाल कविता : जंगल की शांतिभाई चारा: प्यार और मिलन की मिठासबाल कविता : मोर का नृत्यबाल कविता : नेक कामों की उमंग #bachchon ki hindi poem #bachon ki hindi poem You May Also like Read the Next Article