हिंदी बाल कविता: वीर योद्धा

यह कविता वीरता और साहस की गरिमा को स्पष्ट करती है। इसमें एक व्यक्ति का व्यापक विश्वास दिखाया गया है, जो अपने उद्देश्य को पाने में हिम्मत और सहनशीलता का संदेश देता है।

By Lotpot
New Update
cartoon image of an army man

वीर योद्धा

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

वीर योद्धा

पर्वत घाटी और समन्दर,
देख नहीं घबराता हूँ।

जब तक मंजिल हाथ ना आए,
आगे बढ़ता जाता हूँ।

बर्फीली चट्ठानो से भी,
मैं ना कभी घबराता हूँ।

सर्दी-गर्मी सारे मौसम,
हरदम सहता रहता हूँ।

जीवन की परवाह ना करता,
दुश्मन से टकराता हूँ।

अपने देश की रक्षा करके,
देश का मान बढ़ाता हूँ।

यह भी पढ़ें:-

हिंदी बाल कविता: फलों का राजा आम

हिंदी बाल कविता: गोल मटोल रसगुल्ला

हिंदी बाल कविता: अब न करूंगा मैं हंगामा

हिंदी बाल कविता: बनारस की सुबह