हिंदी बाल कविता: हम नर्सरी के बच्चे

इस कविता में छोटे बच्चों के स्कूल के जीवन की खुशियों और अनुभवों का वर्णन है। यह गीत उनके पहले स्कूल वर्ष के बारे में है और उनकी खेल-खिलौनों से भरी दिनचर्या को बयां करता है।

By Lotpot
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हम नर्सरी के बच्चे

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हम नर्सरी के बच्चे

हम नर्सरी के बच्चे हैं,
आधे पक्के कच्चे हैं।

एक साल हो गया हमें,
इस स्कूल में आए।

पिछले पूरे साल में हमने,
कितने मज़े उड़ाए।

रंग बिरंगे कागज़ काटे,
काट काट चिपकाए।

खेले कूदे पढ़े लिखे,
और ढेरों गाने गाए।

पूरी, छोले, इडली, सांभर,
क्या क्या माल उड़ाए।

घर जाकर अपने स्कूल के,
किस्से खूब सुनाए।

नए सैक्शन में भी हम,
मिलकर दोस्त बनायेंगे।

नई नई चीज़ें सीखेंगे,
बढ़िया गाने गाएंगे।

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