छतरी की प्यारी सी कविता काली, पीली-नीली छतरी छींटवार रंगीली छतरी चलती तनकर बारिश में तो लगती छैल-छबीली छतरी ओढ़े उसे बचा लेती है By Lotpot 17 Oct 2023 in Poem New Update काली, पीली-नीली छतरी छींटवार रंगीली छतरी चलती तनकर बारिश में तो लगती छैल-छबीली छतरी ओढ़े उसे बचा लेती है हो जाती खुद गीली छतरी हाथ या फिर बैग में रख ले होती नहीं कटीली छतरी हंसकर हुक्म बजा लाती है बिल्कुल नहीं हठीली छतरी जाने कब से बंधी-टंगी थी आज हुई है ढीली छतरी हाट दुकान-स्कूल है जाती जरा नहीं शरमीली छतरी ऐसी और कवितायें:- बाल कविता: आँखें बाल कविता : चुहिया रानी बाल कविता: मेरी रेल बाल कविता: गर्मी आई #छतरी #Lotpot Kavita #Poem Hindi #Umbrella You May Also like Read the Next Article