Poem: भूला पहरेदारी By Lotpot 24 Oct 2023 in Poem New Update भूला पहरेदारी भूला पहरेदारी अलार्म सुन गधे मियाँ,हड़बड़ा कर जागे। नाईट सूट पहने ही वे,झटपट उठ कर भागे। पहरेदार कुत्ता उन को,देख भागते भोंका। सुबह - सवेरे कहाँ चल दिये,आगे बढ़ कर रोका। जल्दी हटो रास्ता छोड़ो ,जा रहा हूँ दफ्तर। काम दिलाऊ विभाग में,लग गया हूँ अफसर। इतना कह कर गधे ने,एक दुलती मारी। कुत्ता उछल कर दूर गिरा,भूला पहरेदारी। manoranjak-bal-kavita | entertaining-kids-poem | lotpot-latest-issue | bachchon-ki-kavita | lottpott-kvitaa | लोटपोट यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: दिवाली आयी Bal kavita: सर्दी आई Kids Poem: चूहे की बारात बाल कविता: आँखें #लोटपोट #Lotpot latest Issue # kids poem #bal kavita #bachchon ki kavita #manoranjak bal kavita #लोटपोट कविता #entertaining kids poem You May Also like Read the Next Article