हिंदी में कविता : बच्चों के खिलौने कितने प्यारे आज हम आपके लिए लायें हैं अपने नन्हे मुन्ने बच्चों के लिए एक प्यारी सी कविता जिसका शीर्षक है " बच्चों के खिलौने कितने प्यारे " इसे पढ़कर छोटे बच्चों को खूब आनंद आएगा और अगर बच्चों के पेरेंट्स पढेंगे तो उन्हें अपना बचपन याद आ जाएगा. By Lotpot 14 Aug 2024 in Poem New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 हिंदी में कविता - आज हम आपके लिए लायें हैं अपने नन्हे मुन्ने बच्चों के लिए एक प्यारी सी कविता जिसका शीर्षक है " बच्चों के खिलौने कितने प्यारे " इसे पढ़कर छोटे बच्चों को खूब आनंद आएगा और अगर बच्चों के पेरेंट्स पढेंगे तो उन्हें अपना बचपन याद आ जाएगा. छोटे-छोटे खिलौने, रंग-बिरंगे प्यारे,बच्चों के ये साथी, मन को हैं हारे।गुड़िया की ये डोली, और टेडी की बाहें,सब मिलकर देते, बच्चों को राहें। गाड़ियों की रफ्तार, रेल की पटरियां,बच्चों के सपनों की, भरती ये झोलियां।रंगों से सजी बॉल, कूदे और फिसले,बच्चों के हंसते चेहरे, इनसे ही चमके। जगनू जैसे खेलते, बच्चों के ये खिलौने,दिल में उमंग भरें, सपनों के कोने।खिलौने तो बस एक बहाना,बच्चों की हंसी है असली खजाना। हर खिलौने में छिपी, एक नई कहानी,बच्चों के लिए ये होती, दुनिया में सबसे प्यारी निशानी।संग इनके गुज़रती, प्यारी-प्यारी शामें,बच्चों की दुनिया में, ये खिलौने बनाते नित नए धामे। यह भी पढ़ें:- हिंदी बाल कविता: तारों के संग आते दोस्ती की कविता: दोस्ती का जादू हिंदी बाल कविता: फलों का राजा आम हिंदी बाल कविता: अब न करूंगा मैं हंगामा #hindipoem #Besthindipoem #BalKavita #bachchon ki kavita #baal kavita #bachchon ki bal kavita #Best hindi poems You May Also like Read the Next Article