Poem: मिन्नी का कहना By Lotpot 14 Nov 2023 in Poem New Update मिन्नी का कहना दूसरे के काम मे दखल नहीं देना,बुरा ना सोचो किसी का, है मिन्नी का कहना। अमीर हो या गरीब सबसे रहो प्यार से,कभी दुखी ना होना अपने जिगरी यार से।जलन नही होने देना किसी के कारोबार से,अपना काम खुद करे न किसी के आधार से।दूसरे के काम मे दखल नहीं देना,बुरा ना सोचो किसी का, है मिन्नी का कहना। अच्छे काम की सदा प्रशंसा तुम करना,किसी के अच्छाई का फायदा न उठाना।अपने ज्ञान को सबके साथ बाँटना,भला ना कर सको तो गलत भी नही करना।दूसरे के काम मे दखल नहीं देना,बुरा ना सोचो किसी का, है मिन्नी का कहना। अच्छे सुविचारों का पालन हमेशा करना,मदद के लिए हमेशा अपना हाथ बढ़ाना।गलती से किसी को कभी न देना ताना,खुश रहो खुश रखो यही तो है जीना।दूसरे के काम मे दखल नहीं देना,बुरा ना सोचो किसी का, है मिन्नी का कहना। lotpot-latest-issue | manoranjak-bal-kavita | bachchon-ki-kavita | लोटपोट | baal-kvitaa | bccon-kii-mnornjk-kvitaa यह भी पढ़ें:- Bal Kavita: विजय दिवस की कविता Bal Kavita: सबकी करो मदद Bal Kavita: मिन्नी और टीम के मैनर्स Bal Kavita: बच्चों चलो चाँद पर जाएँ #लोटपोट #Lotpot #Lotpot latest Issue #बच्चों की मनोरंजक कविता #बाल कविता #bal kavita #bachchon ki kavita #manoranjak bal kavita You May Also like Read the Next Article