मम्मी-पापा हमारे जीवन के वो आधार हैं, जिनके बिना हम अपनी कल्पना भी नहीं कर सकते। इस कविता में, उनकी ममता, प्यार और मार्गदर्शन को खूबसूरत शब्दों में पिरोया गया है। यह कविता बच्चों को उनके माता-पिता के प्रति आभार व्यक्त करने की प्रेरणा देती है। कविता में बताया गया है कि मम्मी-पापा अपने बच्चों को हर समय खुश रखते हैं। चाहे वो स्वादिष्ट पकवान हो, रंग-बिरंगे गुब्बारे हों, या रात में नई-नई कहानियाँ सुनाना, उनका हर काम बच्चों को खुशियों से भर देता है। इसके साथ ही कविता बच्चों को सिखाती है कि मीठी बोली और अच्छे काम करने से जीवन में सुख और संतोष मिलता है। यह कविता बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देती है कि माता-पिता के साथ बिताया हर पल अनमोल होता है। माता-पिता बच्चों को हर परिस्थिति में सही राह दिखाने वाले होते हैं। जिद छोड़कर उनके बताए मार्ग पर चलने से जीवन और भी आसान और खुशहाल हो जाता है। कविता का हर एक श्लोक बच्चों के लिए सीख और प्रेरणा से भरा हुआ है। यह उन्हें सिखाता है कि कैसे अपने माता-पिता के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए और कैसे उनके दिए गए मूल्यों को अपनाकर एक अच्छा इंसान बनना चाहिए। मम्मी-पापा मम्मी पापा कितने प्यारेहम सबकी आँखों के तारेहमसे कभी रहें ना दूरमिले प्यार हमको भरपूर। जब हम पापा के संग जातेनये-नये पकवान खिलातेहमें दिलाते हैं गुब्बारेमम्मी पापा कितने प्यारे। रोज सुनाते नई कहानीसदा बोलना मीठी बानीसंग सदा अच्छे का करनाजिद्द करके तुम नहीं मचलना। तभी मिलें तुमको सुख सारेमम्मी पापा कितने प्यारे। और पढ़े: घर का आँगन-दादी माँ बाल कविता - घोड़ा सर्दी पर एक सुन्दर कविता - सर्दी के दिन आए चंदामामा ठहरो थोड़ा- बाल कविता