हाथी गजेंद्र की मानसिक जंजीर
Web Stories: "हाथी गजेंद्र की मानसिक जंजीर" कहानी में एक सर्कस के हाथी गजेंद्र और उसके साथी पतली रस्सी से बँधे रहते हैं, लेकिन बचपन से मिले डर के कारण वे उसे तोड़ने की
Web Stories: "हाथी गजेंद्र की मानसिक जंजीर" कहानी में एक सर्कस के हाथी गजेंद्र और उसके साथी पतली रस्सी से बँधे रहते हैं, लेकिन बचपन से मिले डर के कारण वे उसे तोड़ने की
"हाथी गजेंद्र की मानसिक जंजीर" कहानी में एक सर्कस के हाथी गजेंद्र और उसके साथी पतली रस्सी से बँधे रहते हैं, लेकिन बचपन से मिले डर के कारण वे उसे तोड़ने की कोशिश नहीं करते। एक बच्चे अर्जुन के सवाल और प्रोत्साहन से गजेंद्र अपने डर को तोड़ता है
Web Stories : "मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते
Web Stories: बंटी! चलो खाना खालो! अन्दर रसोई से मां ने बंटी को आवाज लगाई। नहीं, मैं खाना नहीं खाऊंगा बंटी ने अपने कमरे से ही मुंह फुलाए उत्तर दिया।
"मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते हैं। वे इन तीनों चीज़ों को उबालकर दिखाते हैं
Web Stories: बारिश थम चुकी थी। चारों ओर हरियाली छाई हुई थी। पानी से धुले पेड़ों पर एक नयी छटा दिख रही थी। मधुमक्खी एक खिले हुये फूल पर मडंरा रही थी।
Web Stories: "बुद्ध की सीख और कालिया का बदलाव" कहानी में एक डाकू कालिया 100 लोगों को मारकर उनकी अंगुलियों की माला बनाना चाहता है। भगवान बुद्ध उसके रास्ते से गुज़रते हैं।